बृज के पर्वतों आदिबद्री व कंकाचल पर अवैध खनन के विरुद्ध साधु संतों के साथ ग्रामीणों का धरना जारी

बृज के पर्वतों आदिबद्री व कंकाचल पर अवैध खनन के विरुद्ध साधु संतों के साथ ग्रामीणों का धरना जारी

बृज के पर्वतों आदिबद्री व कंकाचल पर अवैध खनन के विरुद्ध साधु संतों के साथ ग्रामीणों का धरना जारी

भरतपुर। बृज क्षेत्र के आदिबद्री व कंकाचल पर्वतों पर अवैध खनन के विरोध स्वरूप बृज के विरक्त संत पद्मश्री रमेश बाबा के निर्देशन व आदिबद्री महंत शिवराम दास के संरक्षण में ग्राम पसोपा में साधु संतों व ग्रामीणों का धरना आज भी जारी रहा। साधु संत व ग्रामीण धरना स्थल पर भगवान श्री कृष्ण का कीर्तन कर रहे हैं।

धरना स्थल पर लोगों का कहना है कि संत समाज ने पूर्व में भी बृज के पहाड़ों को बचाने के लिए आंदोलन किये हैं, परंतु सरकार की ओर से सुनवायी नहीं हुई। पर्वतों पर वैध व अवैध खनन आज भी जारी है। खनन के चलते कृष्ण की लीला स्थली रहे दिव्य पर्वत आदिबद्री व कंकाचल आज संकट में हैं। इसके लिये हम फिर से एक बार संत समाज के साथ एकजुट होकर इन पहाड़ों को बचाने के लिये धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। आदिबद्री के पहाड़ों में भगवान श्री कृष्ण ने गायों को चराया था तथा यहां पर एक साथ सभी देवताओं को बुला कर उन्होंने अपने माता-पिता को सभी देवताओं के दर्शन कराये थे। आज इन पहाड़ों में प्रशासन की ओर से खनन कार्य करवाया जा रहा है। बृजवासी बृज के पहाड़ों में किसी भी कीमत पर खनन कार्य बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा यह धरना अनिश्चितकालीन है। कल ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। ग्रामीणों ने कहा इन पहाड़ों का धार्मिक  महत्व तो है ही, साथ ही यहॉं उगने वाली वनस्पतियां जड़ी बूटी के रूप में हमारी तथा चारे के रूप में हमारी भेड़ बकरियों व गायों की जीविका हैं। संतों ने कहा कि धरना खनन बंद न होने तक जारी रहेगा।

उल्लेखनीय है कि पसोपा गॉंव में चलने वाला यह धरना 16 जनवरी से जारी है। धरने को क्षेत्र के कामां, पालका, ककराला, नांगल, अलीपुर, खानपुर आदि सभी गॉंवों के ग्रामीणों का समर्थन प्राप्त है। मंगलवार को पसोपा व आस पास के गॉंव के लोगों ने चेतना रैली भी निकाली। डाबक एवं ककराला पंचायत ने खनन को बंद करने के लिए एक प्रस्ताव भी पारित कर रखा है। फिर भी प्रशासन ने जनमत के विरुद्ध खनन जारी रखा है।

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