जन्म से लेकर मृत्यु तक हम बंधे हैं ढाई अक्षर में

जन्म से लेकर मृत्यु तक हम बंधे हैं ढाई अक्षर में

वीरमाराम

जन्म से लेकर मृत्यु तक हम बंधे हैं ढाई अक्षर में

ढाई अक्षर का वक्र,
और ढाई अक्षर का तुंड।
ढाई अक्षर की रिद्धि
और ढाई अक्षर की सिद्धि।
ढाई अक्षर का शंभु
और ढाई अक्षर की सत्ती।

ढाई अक्षर की दुर्गा
और ढाई अक्षर की शक्ति।
ढाई अक्षर की श्रद्धा
और ढाई अक्षर की भक्ति।
ढाई अक्षर का त्याग
और ढाई अक्षर का ध्यान।

ढाई अक्षर की तृप्ति
और ढाई अक्षर की तृष्णा।
ढाई अक्षर का धर्म
और ढाई अक्षर का कर्म।
ढाई अक्षर का भाग्य
और ढाई अक्षर की व्यथा।

ढाई अक्षर का ग्रन्थ
और ढाई अक्षर का संत।
ढाई अक्षर का शब्द
और ढाई अक्षर का अर्थ।
ढाई अक्षर का सत्य
और ढाई अक्षर का मिथ्या।

ढाई अक्षर की श्रुति
और ढाई अक्षर की ध्वनि।
ढाई अक्षर की अग्नि
और ढाई अक्षर का कुंड।
ढाई अक्षर का मंत्र
और ढाई अक्षर का यंत्र।

ढाई अक्षर की सांस
और ढाई अक्षर के प्राण।
ढाई अक्षर का जन्म
ढाई अक्षर की मृत्यु।
ढाई अक्षर की अस्थि
और ढाई अक्षर की अर्थी।

ढाई अक्षर का मित्र
और ढाई अक्षर का शत्रु।
ढाई अक्षर का प्रेम
और ढाई अक्षर की घृणा।

जन्म से लेकर मृत्यु तक
हम बंधे हैं ढाई अक्षर में।
हैं ढाई अक्षर ही वक़्त में,
और ढाई अक्षर ही अंत में।
समझ ना पाया कोई भी
है रहस्य क्या ढाई अक्षर में।

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