राजस्थान में बढ़ रहा नशे का कारोबार, तस्कर गिरफ्तार

राजस्थान में बढ़ रहा नशे का कारोबार, तस्कर गिरफ्तार

राजस्थान में बढ़ रहा नशे का कारोबार, तस्कर गिरफ्तारगिरफ्तार तस्कर

राजस्थान में नशे का कारोबार लगातार बढ़ रहा है। अफीम, गांजा, डोडा पोस्त व ड्रग्स आदि पकड़े जाने के समाचार अक्सर सुर्खियां बनते हैं। ताजा मामला जयपुर का है। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने ऑपरेशन क्लीन स्वैप के अंतर्गत दो तस्करों सौरभ व अतुल को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से लगभग 8 किलो 900 ग्राम गांजा बरामद किया गया है। ये दोनों विशाखापट्‌टनम से सस्ते दामों में गांजा खरीदकर लाते थे और यहां अपने ग्राहकों को महंगे दामों में बेच देते थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि जयपुर में पुलिस की सख्ती के कारण गांजा मिलना कम हो गया लेकिन मांग कम नहीं हुई। ऐसे में ग्राहकों को माल उपलब्ध कराने में कमाई अच्छी हो जाती थी। वे 10 हजार रुपए किलो के हिसाब से गांजा खरीदते थे और अच्छे मुनाफे के साथ ग्राहकों को बेच देते थे। पुलिस ने दोनों को करणी विहार इलाके में मीणावाला के पास गांजा बेचते हुए गिरफ्तार किया।

पिछले दिनों ही जयपुर के हरमाड़ा स्थित ढाबे से एक व्यक्ति को ट्रक ड्राइवरों को नशा बेचते हुए पकड़ा गया था।

इससे पहले श्रीगंगानगर में पुलिस ने पंजाब के चार सप्लायरों को नशे की गोलियां सप्लाई करते हुए पकड़ने में सफलता प्राप्त की थी। उनके कब्जे से एक स्कॉडा कार में 17,500 नशे की गोलियां और 20 किलो डोडा पोस्त जब्त किया गया था। इस सिलसिले में पंजाब के मुक्तसर निवासी कुलदीप सिंह उर्फ कुलजीत सिंह पुत्र सुखवेंद्र सिंह, मुक्तसर के ही बलजीत सिंह उर्फ बाबू पुत्र सुखवेंद्र सिंह, हरियाणा सिरसा के गौतम पुत्र बलदेवसिंह मेहरा और साहिल पुत्र मगतराम की गिरफ्तारी हुई थी।

जांच में सामने आया कि नशे की ये गोलियां पंजाब से श्रीगंगानगर और वहॉं से बीकानेर फिर जोधपुर तक आती हैं। बीकानेर व जोधपुर ड्रग्स के हब हैं। यहॉं से ये गोलियां पूरे राजस्थान में सप्लाई होती हैं। नारकोटिक्स विभाग ने इस मार्ग पर पहले भी ड्रग्स की खेप पकड़ी है।

अफीम पर रोक के बाद बढ़ी खपत
पश्चिमी राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में अफीम व डोडा पोस्त का सेवन बड़ी संख्या में लोग करते आए हैं। इन दोनों पर रोक लगाने के साथ सख्ती बरतने पर लोगों ने विकल्प तलाशना शुरू कर दिया। तस्करों ने गोलियों के रूप में उन्हें विकल्प उपलब्ध करवा दिया। ऐसे में नशे की गोलियों का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है।

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