बिहार अब बंगाल की राह पर, बढ़ रहे जिहादी आक्रमण

बिहार अब बंगाल की राह पर, बढ़ रहे जिहादी आक्रमण

बिहार अब बंगाल की राह पर, बढ़ रहे जिहादी आक्रमण

पहले कश्मीर, फिर बंगाल और अब बिहार जिहादियों के निशाने पर है। यहॉं हिंदुओं पर जिहादी हमले लगातार बढ़ रहे हैं। बिहार के किशनगंज, आररिया, पूर्णिया, कटिहार, दरभंगा, भागलपुर, मोतिहारी का ढाका प्रखंड, बेतिया, बगहा सहित बिहार के अनेक जिले खासकर भारत नेपाल और बांग्लादेश से जुड़े सीमावर्ती क्षेत्रों में कहीं पर लव जिहाद में हिंदू लड़कियों को जबरन उठाया जा रहा है तो कहीं उनका मतांतरण कराया जा रहा है, कहीं मंदिरों की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं तो कहीं हिंदुओं के धार्मिक अनुष्ठान और पारिवारिक उत्सवों पर भी इस्लामिक आक्रमण हो रहे हैं। बिहार में जगह जगह बम विस्फोट हो रहे हैं और पुलिस प्रशासन इस्लामिक आक्रमणों के सामने बौना नजर आ रहा है। इन हमलों पर विहिप ने चिंता व्यक्त की है और राज्यपाल को ज्ञापन देते हुए त्वरित कार्यवाही की मांग की है।

विहिप का कहना है कि इन क्षेत्रों में लव जिहाद, गो हत्या, मठ मंदिरों पर इस्लामिक आक्रमण, हिंदुओं के धार्मिक अनुष्ठानों पर हमले प्रतिदिन हो रहे हैं। लव जिहाद में तो पुलिस एफआईआर करने से भी कतरा रही है और यदि कहीं एफआईआर हो भी गई तो पुलिस अभियुक्त को पकड़ने और लड़की को बरामद करने में रुचि नहीं दिखा पा रही है जिसके कारण जिहादियों का मनोबल काफी ऊंचा है और प्रतिदिन हिंदू लड़कियां जिहादियों द्वारा उठाई जा रही हैं। हिंदू समाज अपने को असहाय महसूस कर रहा है और वह ऐसे क्षेत्रों से पलायन करने को मजबूर हो रहा है। कहीं-कहीं पर तो यदि हिंदू ऐसे राष्ट्र विरोधी कार्यों के विरुद्ध खड़े भी होते हैं तो उन पर पुलिस द्वारा झूठे मुकदमे कर उन्हें तबाह किया जाता है। जिहादियों के निशाने पर मुख्य रूप से अनुसूचित जाति व जनजाति समाज है। पूर्णिया के वाईएसई और मोतिहारी से ढाका प्रखंड की घटना इसके ज्वलंत उदाहरण हैं।

विश्व हिंदू परिषद का मानना है कि बिहार के सीमांचल क्षेत्रों में रोहिंग्या, बांग्लादेशी घुसपैठियों और पीएफआइ जैसे आतंकी संगठनों के कारण इस प्रकार की घटनाएं घट रही हैं और स्थानीय जिहादी मानसिकता के मुस्लिम भी ऐसे लोगों का साथ दे रहे हैं तथा पुलिस प्रशासन व राजनेता मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण अपना मुंह बंद किए हुए हैं। यदि इस प्रकार की घटनाओं पर सरकार और उच्च प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेकर अविलंब रोक नहीं लगाया गया तो बिहार की स्थिति भी पश्चिम बंगाल और कश्मीर जैसी हो जाएगी।

विहिप ने ज्ञापन में राज्यपाल से बिहार में बढ़ रहे बम विस्फोट की घटनाओं की जांच एनआईए से कराए जाने, अनुसूचित जाति के लोगों पर हो रहे अत्याचार की जांच के लिए राज्य स्तरीय आयोग का गठन किए जाने, लव जिहाद और धर्मांतरण के विरुद्ध गुजरात जैसा कठोर कानून बनाए जाने तथा हिंदुओं के ऊपर किए गए सभी फर्जी केस वापस लिए जाने की मांग की है।

Print Friendly, PDF & Email
Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *