भारतीय चित्र साधना दे रहा भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाले सिनेमा को बढ़ावा – हेमा मालिनी

भारतीय चित्र साधना दे रहा भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाले सिनेमा को बढ़ावा – हेमा मालिनी

चित्र भारती फिल्मोत्सव – 2022

भारतीय चित्र साधना दे रहा भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाले सिनेमा को बढ़ावा – हेमा मालिनी

नई दिल्ली। प्रख्यात अभिनेत्री एवं सांसद हेमा मालिनी ने भारतीय चित्र साधना के अखिल भारतीय फिल्म समारोह, चित्र भारती फिल्मोत्सव-2022 (CBFF 2022) के शुरू होने की घोषणा की। यह फिल्मोत्सव का चौथा संस्करण है। भारतीय चित्र साधना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. बी.के. कुठियाला, वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार उमेश उपाध्याय तथा सतपुड़ा चलचित्र समिति के सचिव आशीष भवालकर भी उपस्थित रहे।

चित्र भारती फ़िल्मोत्सव की घोषणा करते हुए हेमा मालिनी ने कहा कि चित्र भारती युवाओं को आगे बढ़ने के लिए अवसर उपलब्ध करवा रही है। आज का सिनेमा पश्चिम की नकल कर रहा है। सिनेमा में भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। भारतीय चित्र साधना भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाले सिनेमा को बढ़ावा दे रहा है। सिनेमा तेजी से लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने वाली इन्डस्ट्री है। उन्होंने कहा कि बदलते समय में ओटीटी जैसा नया प्लेटफॉर्म भी युवाओं को सिनेमा से जोड़ने में कारगर साबित हुआ है।

प्रख्यात अभिनेत्री एवं सांसद हेमा मालिनी ने भारतीय चित्र साधना के अखिल भारतीय फिल्म समारोह, चित्र भारती फिल्मोत्सव-2022 (CBFF 2022) के शुरू होने की घोषणा की।

भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष प्रो. बृज किशोर कुठियाला ने कहा कि आज का समय स्क्रीन का है। हमारा जीवन स्क्रीन के कंटेंट से प्रभावित हो रहा है। स्क्रीन ने समाज को नई दिशा दी है। इसने समाज को सामाजिकता से जोड़ा है। प्रत्येक दो साल पर होने वाला यह समारोह इस बार मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 18 से 20 फरवरी 2022 तक होना तय है।

चित्र भारती फिल्मोत्सव छह साल के अंतराल के बाद मध्यप्रदेश लौट रहा है। पहली बार यह 2016 में राज्य के बहु-सांस्कृतिक वाणिज्यिक केंद्र इंदौर में आयोजित किया गया था।

वरिष्ठ टीवी पत्रकार उमेश उपाध्याय ने कहा कि भारत 22 भाषाओं का घर है और फिल्मों का निर्माण लगभग हर भाषा में किया जाता है। हाल ही में ऑनलाइन पोर्टल्स और ओटीटी सहित डिजिटल प्लेटफार्मों ने ऑडियो-विजुअल कंटेंट के उत्पादन को तेजी दी है।

भारतीय चित्र साधना भारत की परंपराओं और विविधता का सम्मान करती है और मानती है तथा ऑडियो-विजुअल क्षेत्र में भी इसे संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। सीबीएफएफ का प्रत्येक संस्करण सामाजिक और राष्ट्रीय प्रासंगिकता के विषयों पर प्रविष्टियां आमंत्रित करता है। विषयों का निर्णय पारंपरिक और समसामयिक मुद्दों को ध्यान में रखकर किया जाता है। CBFF फिल्म उद्योग के अग्रणी पेशेवर के साथ अपने प्रत्येक फेस्टिवल के दौरान मास्टर कक्षाएं आयोजित करता है।

2016 में राजपाल यादव, मनोज तिवारी, मधुर भंडारकर, के.वी विजयेंद्र प्रसाद जैसी हस्तियों ने प्रतिभागियों और दर्शकों के साथ अपने अनुभव साझा किए थे। वर्ष 2020 के पिछले संस्करण में अन्य दिग्गजों के साथ-साथ सुभाष घई और अब्बास-मस्तान की भी मास्टर क्लास थी।

कोरोना महामारी और उसके निरंतर बाद का काल न सिर्फ फिल्म और टेलीविजन उद्योग के लिए, बल्कि सामान्य रूप से सभी वर्गों के लोगों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा है। पूरी दुनिया को कोरोना के खतरे का सामना करना पड़ा। फिल्म इंडस्ट्री को भी बंद का सामना करना पड़ा। आर्थिक गतिविधियों के पुनः आरंभ होने के बावजूद फिल्म उद्योग को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा क्योंकि इसमें करीबी शारीरिक निकटता शामिल है। लेकिन चीजें धीरे सामान्य हो रही हैं।

लॉकडाउन अवधि के दौरान फिल्म निर्माण गतिविधि को सक्रिय रखने की आवश्यकता को महसूस करते हुए और Covid स्वास्थ्य प्रोटोकॉल पर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिहाज़ से भारतीय चित्र साधना ने एक ऑनलाइन कोविड-19 लघु फिल्म समारोह का भी आयोजन किया था।

हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में भी फिल्म और संबंधित गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्र की सेवा जारी रहेगी।
CBFF-2022 फिल्म निर्माताओं से दस विषयों पर फिल्में आमंत्रित कर रहा है….

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