महाभियान का तीसरा रविवार भी रामजी को समर्पित

महाभियान का तीसरा रविवार भी रामजी को समर्पित

महाभियान का तीसरा रविवार भी रामजी को समर्पित

  • कई परिवारों ने फोन कर बुलाया निधि समर्पण कार्यकर्ताओं को
  • सोमवार को महाभियान का होगा समापन

उदयपुर, 15 फरवरी। अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए देश भर में चल रहे निधि समर्पण महाभियान का समापन सोमवार को होगा। 31 जनवरी से शुरू हुए इस महाभियान का तीसरा रविवार भी कार्यकर्ताओं ने रामजी के काज में समर्पित किया और अपने-अपने क्षेत्रों में यह सुनिश्चित किया कि कहीं कोई परिवार कल यह न कहे कि हम प्रतीक्षा करते रह गए। इस बीच, महाभियान के दो दिन शेष रहते रविवार को भी कार्यकर्ताओं के पास परिवारों के फोन आए कि वे समर्पण से रह गए हैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं ने उन परिवारों तक पहुंचकर उनका निधि समर्पण प्राप्त किया।

निधि समर्पण प्राप्त किया

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र निधि समर्पण समिति के अंतर्गत निधि समर्पण महाभियान में जुटे कार्यकर्ता, समाजों के वरिष्ठजन, मातृशक्ति की टोलियां आदि रविवार को सुबह से रात तक उनके निर्धारित क्षेत्रों में उन क्षेत्रों में व्यस्त रहे जिन तक पहुंचना शेष रह गया। रात तक यह क्रम चला और रात को कार्यकर्ता निधि समर्पण की राशि के लेखे-जोखे को पूरा करने में लग गए।

समिति के महानगर प्रमुख अशोक प्रजापत ने बताया कि उदयपुर जिले भर में कार्यकर्ता निधि समर्पण महाभियान में जुटे हैं। सोमवार को अभियान का समापन होगा और रात तक यह जानकारी मिल सकेगी कि उदयपुर ने प्रभु श्रीराम के चरणों में कितना श्रद्धा समर्पण किया है। कार्यकर्ताओं को निधि समर्पण के लेखे-जोखे का कार्य भी साथ के साथ ही करने का आग्रह किया गया है ताकि बाद में कोई परेशानी न हो।

रामकथा का आयोजन
रविवार को अभियान के तहत जावद में रामकथा का आयोजन किया गया। केरिया गांव में ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से निधि समर्पण किया।

रामकथा का आयोजन

रामकाज के साथ पुलवामा शहीदों को नमन
निधि समर्पण महाभियान से जुड़े समाजसेवी युवाओं के संगठन हवेली परिवार ने उबेश्वरजी से आगे स्थित पीपलिया गांव में सम्पर्क किया। युवाओं ने वहां पुलवामा में शहीद हुए जवानों को याद किया और ग्रामीणों को पुलवामा घटना व अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की जानकारी दी। इसके बाद कई ग्रामीण परिवारों ने निधि समर्पण किया।

रामकाज के साथ पुलवामा शहीदों को नमन

Print Friendly, PDF & Email
Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *