महायज्ञ से समरस हिन्दू समाज का सन्देश

महायज्ञ से समरस हिन्दू समाज का सन्देश

महायज्ञ से समरस हिन्दू समाज का सन्देशमहायज्ञ से समरस हिन्दू समाज का सन्देश

कुचामनसिटी। रविवार को कुचामनसिटी में स्टेशन रोड पर त्रिसिंगिया के पास सर्वोदय वाटिका में कृषि दूत विश्व विकास फाउंडेशन व भीम युवा शक्ति के संयुक्त तत्वावधान में सामाजिक समरसता महायज्ञ का आयोजन हुआ। महंत ओमदास महाराज के सानिध्य में सर्व हिन्दू समाज के 581 जोड़ों ने 151 कुंडीय महायज्ञ में आहुतियां देकर सभी के मंगल की कामना की।

भारत माता को नमन कर अरणी मंथन के साथ वेदियों पर अग्नि प्रज्वलित की गई। इसके बाद सभी श्रद्धालुओं ने हवन में आहुतियां दे कर सर्व कल्याण की प्रार्थना की। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि हिन्दू कभी पतित नहीं हो सकता। मम दीक्षा हिन्दू रक्षा। हम सभी भारत माता की संतान हैं। अतः अस्पृश्यता और सामाजिक कुरीतियों का बहिष्कार करना चाहिए। अपने व्यवहार में एकात्मता एवं समानता की भावना को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने सभी को एकजुट रहकर सामाजिक उत्थान के कार्य करने की बात कही।

महायज्ञ से समरस हिन्दू समाज का सन्देश

महायज्ञ में शामिल हुए सर्वसमाज के लोगों ने कार्यक्रम स्थल के मुख्य मार्ग में जगह-जगह स्वागत द्वार सजाए। प्रवेश द्वार पर रंगोली सजाई गई। मिट्टी पर भारत का मानचित्र उकेरा गया। आयोजन में बड़ी संख्या में हिन्दू समाज के लोग शामिल हुए। लोगों का प्रवेश द्वार पर तिलक लगाकर स्वागत किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक प्रमोद आर्य व हरदयाल, IPS केएल बेरवा एवं समरसता संयोजक तुलसी नारायण भी उपस्थित रहे।

समरसता महायज्ञ सदस्य राकेश चौधरी ने बताया कि इस महायज्ञ का मुख्य उद्देश्य सर्व हिन्दू समाज को एक मंच पर लाना है, ताकि हिन्दू धर्म को मजबूती मिल सके।

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