श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा हमारी श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है- डॉ. बनवारीलाल शर्मा
श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा हमारी श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है- डॉ. बनवारीलाल शर्मा
सरदारशहर। श्रीराम जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित होने वाली शोभा यात्रा के उपलक्ष में श्रीराम जन्मोत्सव आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं की बैठक का आयोजन मित्तल महिला महाविद्यालय में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्रीराम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक डॉ. बनवारी लाल शर्मा ने कहा कि रामनवमी का पर्व भगवान राम के जन्मोत्सव का पर्व है और यह श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा उनके प्रति हमारी श्रद्धा व उत्साह का प्रतीक है। शोभायात्रा समाज के सभी लोगों को एक सूत्र में जोड़ने का कार्य करती है। समरसता का यही भाव हम सभी में वर्ष के अन्य 364 दिनों में भी रहना चाहिए। यह शोभायात्रा भगवान राम के प्रति हमारे प्रेम और आस्था को प्रकट करने का अवसर है, ना कि आक्रोश और शक्ति का प्रदर्शन। इसलिए सभी कार्यकर्ता इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अपने नारों और घोष में भगवान राम की जय जयकार होनी चाहिए। जिस बात के लिए हमारी शोभायात्रा अनूठी है, वह अनुशासन भावना बनी रहनी चाहिए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सीकर विभाग सह कार्यवाह सुभाष ने कार्यक्रम की प्रस्तावना में कहा कि सूर्यवंशी दशरथ पुत्र श्री राम द्वारा अपने जीवन चरित्र से सुस्थापित मर्यादा के कारण प्रत्येक भारतीय जनमानस ने श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप स्वीकार कर अपनी सनातन संस्कृति में अंगीकार किया है। अपने जीवन में धर्म की स्थापना के लिए जीवन की कीमत चुकाकर मानवीय मूल्यों की स्थापना करने वाले प्रभु श्रीराम ने हम सभी को रामराज्य की कल्पना दी है। आज हम सभी उनके जन्मोत्सव पर समरस हिन्दू समाज के रूप में एकत्रित होते हैं, तो यह राम जी के द्वारा दर्शाए गए सुपंथ पर चलने की ओर एक संगठित और समरस समाज को साकार करने वाला सुखद कदम है ।
शोभायात्रा के संयोजक मदन लाल ओझा ने कहा कि इस बार की शोभायात्रा भव्य और दिव्य हो, इसलिए पिछली बैठक में आये सुझावों को अमल में लाते हुए शोभायात्रा में डीजे की संख्या इस बार बढ़ाई जाएगी। मुख्य बाजार के दोनों तरफ़ 10 फुट के पोल पर ध्वज लगाकर सजाया जाएगा। इस बार रामभक्तों की संख्या 50 हजार से अधिक रहने की संभावना है, जिसके लिए समिति उचित व्यवस्था कर रही है।
शोभायात्रा की सहसंयोजिका जयश्री वर्मा ने उपस्थित कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि इस बार की शोभायात्रा में मातृशक्ति की संख्या अधिक रहे, इसके लिए सभी कार्यकर्ता अपने परिवारों में माताओं और बहनों को शोभायात्रा में साथ लेकर आयें। साथ ही अपने आस पास के परिवारों से सम्पर्क कर उनसें आग्रह करें कि मातृशक्ति केवल शोभायात्रा के दर्शन ही न करें बल्कि शोभायात्रा में भागीदारी भी करें। इस बार नवीन प्रयोग में महिलाएं राजस्थानी व हरियाणवी परिधान पहनकर यात्रा में सम्मिलित होंगी। साथ ही पिछले वर्षों की मराठा व बंगाली परिधान की वाहिनियों में भी महिलाएं रहेंगी।
आयोजन समिति के अध्यक्ष बृजमोहन सर्राफ ने अपने उद्धबोधन में कहा कि हम सभी प्रभु राम का कार्य करने वाले हैं और प्रभु राम के कार्य को मन से करने वाले हम सभी कार्यकर्ता इस शोभायात्रा को अवश्य सफल बनायेंगे।
कार्यक्रम में आयोजन समिति के सुबोध सेठिया, मोहनलाल सेवदा, दीपचंद बिहानी, शिवरतन सोनी सहित 125 कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन राकेश मोहन इन्दौरिया ने किया।