संस्कृत से ही राष्ट्र की उन्नति- राजेंद्र कुमार
संस्कृत से ही राष्ट्र की उन्नति- राजेंद्र कुमार
संस्कृत भारती जयपुर प्रांत ने संस्कृत संभाषण आवासीय भाषा बोधन वर्ग का आयोजन किया। यह 7 दिवसीय वर्ग 25 दिसंबर से बोंली कस्बे के आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में चल रहा है। वर्ग में जयपुर प्रान्त के 12 जिलों के 100 विद्यार्थी निरंतर संभाषण करते हुए अपनी सम्पूर्ण दिनचर्या संस्कृतमय वातावरण में पूर्ण कर रहे हैं।
इसी के अंतर्गत संस्कृत शोभायात्रा का भी आयोजन किया गया, जिसमें संस्कृत गीत, संस्कृत उद्घोष वाक्य, संस्कृत नुक्कड़ नाटक आदि प्रस्तुत किए गए। शोभायात्रा में कई स्थानों पर पुष्पवर्षा से स्थानीय नागरिकों ने शिविरार्थियों का उत्साहवर्धन किया।
शोभायात्रा के बाद शिविर का समापन कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें बोंली पंचायत समिति के प्रधान कृष्ण पोषवाल मुख्य अतिथि, लक्ष्मीनारायण गुर्जर अध्यक्ष और संस्कृत भारती के क्षेत्रीय शिक्षण प्रमुख राजेंद्र कुमार शर्मा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
राजेन्द्र शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत से ही राष्ट्र की उन्नति हो सकती है। संस्कृत से ही श्रेष्ठ जीवन चरित्र का निर्माण होता है। संस्कृत भाषा केवल एक भाषा ही नहीं अपितु राष्ट्र की आत्मा है। संस्कृत भाषा का अध्ययन करके विद्यार्थी अनेक क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं। संस्कृत ज्ञान और विज्ञान की चाबी है।
संस्कृत भारती देश का एक ऐसा संगठन है जो संस्कृत भाषा को जनवाणी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। शिविर में छात्र सिर्फ संस्कृत में ही संभाषण करते हैं।