सरदारशहर में रामनवमी पर निकली भव्य शोभायात्रा

सरदारशहर में रामनवमी पर निकली भव्य शोभायात्रा
भव्य….. दिव्य….. अतुल्य…. राममय सरदारशहर। कुछ ऐसे ही शब्द सरदार शहर में शोभायात्रा देखने वाले हर एक व्यक्ति के मुख से सुनने को मिले। रामनवमी पर श्रीराम जन्मोत्सव आयोजन समिति सरदारशहर द्वारा निकाली गई विराट शोभायात्रा को देखकर आमजन मंत्रमुग्ध हो गए। 45 डिग्री तापमान की गर्मी से अधिक तापमान रामभक्ति का रहा। तेज धूप के बाद भी जनमानस के उत्साह में कोई कमी नहीं आयी। जोश के साथ भगवान श्रीराम के गगनभेदी घोष से  सारा शहर गुंजायमान हो उठा।
मजिस्ट्रेट आवास के सामने स्थित मैदान से प्रारंभ होकर कच्चा बस स्टैंड, अर्जुन क्लब, राजवाला कुआं, गढ़, घंटाघर, मूणती कुई, मोचीवाड़ा, शोभाचंद जम्मड़ भवन होते हुए शोभायात्रा कंदोई बगीची पहुंची।
शोभायात्रा का शुभारंभ संतों के सानिध्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र, जिला प्रचारक चैतन्यप्रकाश, समिति के अध्यक्ष बृजमोहन सर्राफ व संयोजक डॉ. बनवारी शर्मा ने ध्वजारोहण के साथ किया। शोभायात्रा में दिनेश गिरी महाराज, साध्वी मायानंद सरस्वती, सोमार नाथ महाराज, पशुपतिनाथ महाराज, मुकेशनाथ महाराज, रामनाथ महाराज आदि साधु संतों का आमजन को आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
शोभायात्रा में सजे-धजे ऊंट- घोड़े, विशाल धर्म ध्वजा, बुलेट वाहिनी, युवा वाहिनी, युवती वाहिनी, बंगाली और मराठा मातृशक्ति वाहिनी, पताका वाहिनी, स्केटिंग वाहिनी,घोष वाहिनी, शंख वाहिनी, चंग वाहिनी, प्रसाद महारथ आदि आकर्षण का केंद्र रहे।
भगवान श्रीराम के जीवन पर आधारित विभिन्न झांकियों में राम जन्मोत्सव, विश्वामित्र यज्ञ रक्षा, श्रीराम- सीता स्वयंवर, केवट प्रसंग, श्रीराम-सुग्रीव मिलन, अशोक वाटिका, वानर सेना, श्रीराम सेतु, राम-रावण युद्ध, राम दरबार, महर्षि वाल्मीकि लव-कुश प्रसंग, लव कुश श्रीराम कथा वाचन, राम राज्याभिषेक अधिकारियों ने आदि झांकियों ने सभी का मन मोह लिया।
एक ही नारा एक ही नाम जय श्रीराम जय श्रीराम, हर घर भगवा छाएगा राम राज्य फिर आएगा आदि घोष के साथ, डीजे की धुनों पर नाचते गाते युवक-युवतियों के समूहों की शोभा देखते ही बन रही थी। शोभायात्रा का शहर के प्रमुख संगठनों व संस्थाओं ने 60 से अधिक स्थानों पर जबरदस्त पुष्प वर्षा कर व शीतल पेय पिलाकर भव्य स्वागत किया गया। जगह-जगह पुष्प वर्षा से सड़के पुष्पों से ढक गई। शोभायात्रा को देखने पहुंचे लोगों से सड़कों के दोनों ओर जनसैलाब उमड़ पड़ा।
वेशभूषा व अनुशासन चर्चा का विषय
शोभायात्रा की अनूठी पहचान थी, सभी पुरुषों व युवतियों के द्वारा शुभ्र वस्त्रों के साथ केसरिया पगड़ी व मातृ शक्ति के द्वारा मराठी, बंगाली व पारंपरिक वेशभूषा धारण करना। स्वयंसेवकों का कहना था इससे अनुशासन और एकरूपता का भाव पैदा होता है।
समारोप कार्यक्रम कंदोई बगीची में हुआ। जहां बहनों द्वारा श्रीरामस्तुति पर  नृत्य नाटिका प्रस्तुत कर भगवान श्रीराम की आराधना की गई। संत दिनेशगिरी जी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरदार शहर की जनता का भगवान राम के प्रति प्रेम और आस्था देखकर मैं भाव विभोर हो गया हूँ। आज जो राम के प्रति भाव यहां जनमानस में है यह भाव प्रति दिन प्रतिपल सभी के ह्रदय में रहे तो सारी समस्याओं का समाधान निश्चित है।
समिति के अध्यक्ष बृजमोहन सराफ ने इस अवसर पर कहा कि हम सभी अपने परिवार में भगवान राम के चरित्र को लाएं। पुरुष राम बने और माता सीता के चरित्र को अपनाएं तो हमारे परिवारों में रामराज्य आएगा, अगर परिवारों में चरित्र सुधरेगा तो समाज का चरित्र भी बदल जाएगा।
अंत में  संतों के सानिध्य में श्री राम दरबार की 108 दीपों से महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें समिति के सदस्यों सहित उपस्थित सभी राम भक्तों ने भाग लिया।
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