अयोध्या बनेगा विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल
अयोध्या बनेगा विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल
नई दिल्ली। मंगलवार (5 सितंबर) को पीएम मोदी ने अयोध्या के विकास को लेकर दिल्ली में एक मीटिंग की। इसमें सीएम आदित्यनाथ योगी, अयोध्या कमिश्नर और डीएम भी उपस्थित रहे। इस मीटिंग में अयोध्या को और सुंदर तथा सुदृढ़ बनाने के लिए विचार विमर्श किया गया।
सरकार का लक्ष्य अयोध्या को विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन स्थल बनाने और विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करना है। ऐसे में पर्यटकों की सुविधा सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए सरकार 320 करोड़ की लागत से मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना रही है। इसका कार्य दो फेज पूर्ण में किया जाएगा। रनवे का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। बिल्डिंग भी लगभग 80% तक तैयार हो चुकी है।
पर्यटन विभाग के अनुसार, जनवरी से पूर्व रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले एयरपोर्ट प्रारंभ हो जाएगा। एयरपोर्ट के सेकेंड फेज का निर्माण पूरा होने के बाद 700 से अधिक यात्रियों के आवागमन की सुविधा होगी। एयरपोर्ट से 15 मिनट में राम मंदिर पहुंचा जा सकेगा ।
इसी प्रकार अयोध्या धाम बस स्टैंड भी भव्य तरीके से तैयार किया जा रहा है। इसे 9 एकड़ में 219 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। जो लोग अपने निजी वाहन से अयोध्या आएंगे। वे जन्मभूमि से लगभग एक से डेढ़ किमी पहले पार्किंग में वाहन खड़ा करेंगे। इसके बाद ई-रिक्शा से मंदिर तक जा पायेंगे।
पर्यटकों के ठहरने के लिए अयोध्या में लगभग 25 लग्जरी और फाइव स्टार होटल भी बनाए जाने की योजना है। जिनको स्वीकृति भी मिल चुकी है।
योगी सरकार ने 20 से अधिक हॉस्पिटैलिटी कंपनियों को लाइसेंस दिया है। अयोध्या में 20 फाइव स्टार होटल बनाए जाएंगे। इसमें ताज होटल सहित कई बड़े ग्रुप सम्मिलित हैं। ताज ग्रुप अयोध्या में जल्दी ही 5-स्टार होटल बनाएगा। इसके अतिरिक्त विवांता 100 कमरे वाले और जिंजर 120 कमरों वाले होटल खोलेगी। वहीं, रेडिसन ग्रुप भी लग्जरी होटल बनाने की तैयारी में है।
सरकार राम मंदिर बनने के बाद देश के सबसे अधिक श्रद्धालुओं को अयोध्या में लाने की तैयारी में है। अधिकारियों के अनुसार मंदिर बनने के बाद यहां प्रत्येक माह 1 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
मैं इस संस्था से जुड़ना चाहता हूं संस्था से जुड़कर समाज की सेवा सुरक्षा एवं देखभाल करना चाहता हूं जय श्री राम