अरावली मोशन्स फाउंडेशन ने की फिल्म सीक्रेट्स ऑफ सिनौली की स्क्रीनिंग
अरावली मोशन्स फाउंडेशन ने की फिल्म सीक्रेट्स ऑफ सिनौली की स्क्रीनिंग
जयपुर। 18 दिसंबर 2022, रविवार को मालवीय नगर के पाथेय भवन में डाक्यूमेंट्री फिल्म “सीक्रेट्स ऑफ सिनौली” की स्क्रीनिंग की गई। लगभग एक घंटे की यह फिल्म दिल्ली के समीप उत्तर प्रदेश स्थित एक गांव सिनौली में पुरातात्विक विभाग द्वारा किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है। 2005 एवं 2018 में हुए सर्वेक्षणों में सिनौली गांव में लगभग पांच हजार वर्ष पुरानी जीवनशैली के अवशेष प्राप्त हुए थे। नीरज पांडे द्वारा निर्देशित यह फिल्म इसी विषय पर आधारित है।
फिल्म स्क्रीनिंग कार्यक्रम दो चरणों में पूरा हुआ। पहले चरण में दर्शकों (छात्रों एवं शिक्षकों) को यह फिल्म दिखाई गई। दूसरे चरण में फिल्म पर विस्तृत चर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजस्थान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. अरुण सिंह ने किया।
सभी ने फिल्म के विषय, स्क्रिप्ट, निर्देशन, अभिनय एवं संदेश पर विस्तृत चर्चा की। अरावली मोशन्स फाउंडेशन के जयपुर चैप्टर के सदस्य दिनेश शर्मा ने कहा कि फिल्म का प्रस्तुतिकरण प्रभावशावी था। साउंड इफेक्ट्स ने फिल्म में चार चांद लगा दिए। राजस्थान विश्वविद्यालय की दर्शनशास्त्र की प्रोफेसर डॉ, विनिता नायर ने फिल्म के सूत्रधार मनोज वाजपेई के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि मनोज वाजपेई थियेटर के प्रमुख कलाकारों में से एक हैं। इस कारण उनके अभिनय में गहराई है। सूत्रधार के रूप में उन्होंने पूरी फिल्म को इस प्रकार बांधे रखा कि वह कहीं भी विषय से भटकती हुई नहीं लगी और दर्शकों का जुड़ाव बना रहा।
पाथेय भवन संस्थान से जुड़े हिमांशु गोयल ने फिल्म की स्क्रिप्ट पर बात करते हुए कहा कि लेखक ने बहुत सधी हुई स्क्रिप्ट लिखी है, जो इतनी सरल है कि यह गूढ़ विषय छोटे बच्चों को भी आसानी से समझ आएगा, रुचिकर भी लगेगा। मुख्य अतिथि के रूप में कोटपूतली कॉलेज से रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. महावीर प्रसाद कुमावत एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. शैलेन्द्र उपस्थित रहे।
फिल्मों एवं कला के माध्यम से राष्ट्रीय विचारों को प्रोत्साहित करने एवं नए कलाकारों के मध्य फिल्म निर्माण से जुड़ी विधाओं पर चर्चा हेतु अरावली मोशन्स फाउंडेशन समय समय पर कार्यशालाओं का आयोजन करता रहता है। निकट भविष्य में युवाओं के मध्य लघु फिल्म आधारित प्रतियोगिताओं का आयोजन करने की भी योजना है।
Films are an easy way to spread thoughts…