दौसा में आयोजित हुआ जिले के आदर्श विद्या मंदिर विद्यालयों में पढ़े पूर्व छात्रों का सम्मेलन
दौसा में आयोजित हुआ जिले के आदर्श विद्या मंदिर विद्यालयों में पढ़े पूर्व छात्रों का सम्मेलन
दौसा। गांधी तिराहे पर शहनाई वादन, विद्यालय के प्रवेश द्वार पर ढोल-नगाड़ों की गूंज, मंगल तिलक व केसरिया दुपट्टे से स्वागत, बेहद सुसज्जित बैठक व्यवस्था के सामने भव्य मंच को जिस किसी ने भी देखा, वह इस अनुशासित कार्यक्रम से गदगद नजर आया। अवसर था दौसा जिले के आदर्श विद्या मंदिर विद्यालयों में पढ़े पूर्व छात्रों के सम्मेलन का, जो रविवार को जयपुर रोड स्थित एवीएम स्कूल में आयोजित हुआ। सम्मेलन में सेवा-समर्पण, संगठन व अनुशासन के संदेश के साथ ही समाज व राष्ट्रसेवा के अनूठे मिशन को लेकर लगभग 5 हजार पूर्व छात्रों के साथ समाज के प्रबुद्ध लोग भी जुटे। सम्मेलन की विशेष बात यह रही कि इसके आयोजक भी विद्यालय के पूर्व छात्र ही थे।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जयपुर प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र कुमार ने कहा कि विद्या भारती के प्रथम विद्यालय को शुरू हुए 70 वर्ष और संघ स्थापना को 98 साल पूरे हो चुके हैं। इतने वर्षों से समाज के बीच कार्य करने से समाज में संघ की स्वीकार्यता लगातार बढ़ी है। अब समाज के लोग भी संघ के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार हो गए हैं। इसके साथ ही भारतीय विचार की स्वीकार्यता विदेशों तक भी पहुंच गई है। उन्होंने कहा कोरोना का समय हो या फिर अन्य कोई आपदा, संघ के स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़कर सेवा कार्य किए हैं। ऐसे में सभी पूर्व छात्रों व अन्य लोगों को भी राष्ट्र सर्वोपरि की भावना के साथ समाज हित में कार्य करना चाहिए।
जरूरतमंदों की सहायता को आगे आए पूर्व छात्र
क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवप्रसाद ने कहा कि एक लंबे संघर्ष के बाद हमें स्वतंत्रता मिली और हम मानते हैं कि स्वतंत्रता के बाद हमारे देश की शिक्षा देश हित में कार्य करने के लिए प्रेरित करने वाली होनी चाहिए थी। इसी उद्देश्य को लेकर विद्या भारती शिक्षण संस्थान की स्थापना हुई। उन्होंने कहा विद्या मंदिर में संस्कारवान शिक्षा ग्रहण करने के बाद हम जिस भी क्षेत्र में कार्य कर रहे हों, लेकिन हमें समाज के पिछड़े व जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए भी आगे आना चाहिए। हम अपने जन्मदिन, शादी की सालगिरह या परिवार में किसी अन्य खुशी के अवसर पर किसी जरूरतमंद की सहायता करेंगे तो समाज के पिछड़े बंधुओं का भी उत्थान हो सकेगा।
पूर्व छात्रों को सेवा कार्यों से जोड़ना ही मुख्य उद्देश्य
विद्या भारती के जिला व्यवस्थापक राजेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि विद्या भारती द्वारा संचालित दौसा ज़िले के सभी 55 आदर्श विद्या मंदिर के पूर्व छात्र-छात्राओं सहित अन्य विशिष्टजन इस सम्मेलन में शामिल हुए। विद्या भारती द्वारा जिस लक्ष्य को लेकर देशभर में 25 हजार से अधिक विद्यालय संचालित हैं, उस लक्ष्य की प्रतिज्ञा के लिए यह पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित किया गया, इसलिए इसे लक्ष्य स्मृति महोत्सव नाम दिया गया है। इस महाकुंभ के माध्यम से पूर्व छात्रों को सेवा कार्यों से जोड़ना ही मुख्य उद्देश्य है।
लगभग 5 हजार पूर्व छात्र सम्मिलित हुए
विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद के प्रांत संयोजक मनोज राघव ने बताया कि सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए 5 हजार से ज्यादा पूर्व छात्रों का रजिस्ट्रेशन हुआ था। इनकी बैठक व्यवस्था के लिए 9 बीघा क्षेत्र में कारपेट बिछाने के साथ ही 5 हजार से अधिक कुर्सियां लगाई गईं। वहीं अल्पाहार व सहभोज के लिए अलग से पांडाल भी सजाया गया। कार्यक्रम में पुरुष सफेद शर्ट या कुर्ता और महिलाएं केसरिया या चुंदड़ी पहने हुए थीं।
उत्साह के साथ किया रक्तदान
सम्मेलन में रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व छात्रों ने उत्साह के साथ रक्तदान किया। कार्यक्रम में संघ के पदाधिकारियों, स्थानीय एवीएम के प्रधानाचार्य गिरिराज प्रसाद समेत बड़ी संख्या में पूर्व छात्रों व प्रबुद्धजनों ने भाग लिया।