निधि समर्पण: उद्योगपति मुर्डिया ने किया 51 लाख का समर्पण

निधि समर्पण: उद्योगपति मुर्डिया ने किया 51 लाख का समर्पण

निधि समर्पण: उद्योगपति मुर्डिया ने किया 51 लाख का समर्पण

उदयपुर, 21 फरवरी।
अयोध्या में बनने जा रहे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए घर-घर सम्पर्क के अभियान के विराम के बाद भी श्रद्धा समर्पण जारी है। पूर्व में लिए जा चुके संकल्प के अंतर्गत भी रामभक्त निधि समर्पित कर रहे हैं। शहरवासियों के साथ ही शहर में बाहर से आकर स्मार्ट सिटी के कार्यों में कार्यरत तकनीकी कार्मिक, श्रमिक भी निधि समर्पण को प्रस्तुत हो रहे हैं।

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तीर्थक्षेत्र निधि समर्पण समिति के महानगर प्रमुख अशोक प्रजापत ने बताया कि शनिवार को इंदिरा आईवीएफ के निदेशक उद्योगपति अजय मुर्डिया के परिवार ने 51 लाख रुपये भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए समर्पित किए। इस अवसर पर जन प्रतिनिधि कटारिया,  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक गोविन्द अग्रवाल, महानगर संघचालक हेमेन्द्र श्रीमाली सहित मुर्डिया परिवार के सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर कटारिया ने कहा कि 500 साल के बाद आए इस स्वर्णिम अवसर के पुण्यलाभ का सौभाग्य मिला है। प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए उदयपुरवासियों ने भी श्रद्धा समर्पण किया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम जन-जन के आराध्य हैं और हर परिवार ने अपनी श्रद्धा के अनुसार समर्पण किया है।

स्मार्ट सिटी कार्मिक भी आगे
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण महाभियान के दौरान कुम्हारवाड़ा बस्ती में कार्यरत स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्मिकों ने कार्यकर्ताओं के पास स्वयं पहुंचकर निधि समर्पण का आग्रह किया। किसी ने 100 तो किसी ने 10 रुपये की राशि समर्पित की।

कुम्हारवाड़ा बस्ती में कार्यरत स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्मिकों ने कार्यकर्ताओं के पास स्वयं पहुंचकर निधि समर्पण का आग्रह किया।

इस दौरान बातचीत में एक श्रमिक ने बताया कि वे सभी लोग बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ के पास सज्जनगढ़ क्षेत्र के निवासी हैं। एक श्रमिक ने बताया कि वह विश्व हिंदू परिषद की टोली के साथ 1992 की कार सेवा में भी अयोध्या गया था। यहां काम करते हुए जानकारी मिल रही थी कि मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान चल रहा है, ऐसे में प्रतीक्षा थी कि कोई स्थानीय कार्यकर्ता मिल जाए तो हम भी अपनी श्रद्धा समर्पित कर सकें। श्रमिकों की बातचीत सुनकर कार्यकर्ता भी भावविभोर हो गए और सभी ने ‘जयश्रीराम’ का उद्घोष किया।

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