कन्वर्जन के विरुद्ध शीघ्रातिशीघ्र कानून बने – विहिप

कन्वर्जन के विरुद्ध शीघ्रातिशीघ्र कानून बने - विहिप

कन्वर्जन के विरुद्ध शीघ्रातिशीघ्र कानून बने - विहिप

जयपुर, 8 अगस्त। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) जयपुर प्रांत की प्रांत बैठक सेवा सदन, सहकार मार्ग, जयपुर में संपन्न हुई। जिसमें  प्रांत के 25 जिलों से आए हुए कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सह मंत्री आनंद प्रकाश गोयल ने कहा कि पिछले 2 वर्षों में जब पूरा समाज कोरोना महामारी की समस्या से जूझ रहा था, तब कुछ विधर्मी छल कपट से मतांतरण करवाने में लगे हुए थे। इस पर परिषद की केंद्रीय बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए गए। जिनमें पहला प्रस्ताव कन्वर्जन रोकने को लेकर एवं दूसरा मठ-मंदिरों को सरकारी तंत्र से मुक्त कराने का है।

मंदिरों में किए जाने वाले दान का उपयोग सरकार द्वारा मंदिर संबंधित कार्यों के अलावा अन्य सरकारी कार्यों में किया जाता है, जिसका हिंदू समाज को फायदा नहीं होता है। विश्व हिंदू परिषद भारत सरकार से यह मांग करता है कि कन्वर्जन को लेकर कठोर से कठोर कानून बनाएं ताकि कन्वर्जन करने वाली गतिविधियां तुरंत प्रभाव से रोकी जा सकें।

आज की बैठक में आगामी कार्यक्रमों – विश्व हिंदू परिषद स्थापना दिवस कार्यक्रम, अंबेडकर जयंती, हुतात्मा दिवस, गीता जयंती, स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस के कार्यक्रम की योजना बनी। बैठक में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया गया कि वे समाज में कोरोना महामारी से सुरक्षा व बचाव के लिए जन जागरण करें और समाज को पूर्व की भांति हर सम्भव सहयोग के लिए तैयार करें।

बैठक में जयपुर प्रान्त के अध्यक्ष प्यारे लाल मीणा ने कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया और हिंदू समाज के अंतिम छोर वाले व्यक्ति तक विश्व हिंदू परिषद का कार्यकर्ता पहुँचे, इसका आग्रह किया। बैठक के उद्घाटन सत्र में पूज्य महंत महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 बालमुकुंदाचार्य जी महाराज के आशीर्वचन भी मिले।

इसी क्रम में प्रान्त के मंत्री अशोक डिडवानिया ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद जयपुर प्रान्त में 1100 से अधिक स्थानों पर स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आगामी जन्माष्टमी के दिन कार्यक्रम किये जायेंगे। कार्यक्रमों में राममंदिर निर्माण के लिए सहयोग करने वाले बंधुओं से सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जुड़ने का आग्रह किया जाएगा। बैठक में केंद्रीय सह मंत्री  नरपत सिंह, प्रांत संगठन मंत्री राजाराम, विभाग संगठन मंत्री  राधेश्याम भी रहे।

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