कन्हैयालाल हत्याकांड : व्यथित मन से मौन पुकार, आहत है हर हिन्दू परिवार

कन्हैयालाल हत्याकांड : व्यथित मन से मौन पुकार, आहत है हर हिन्दू परिवार
- उदयपुर में कन्हैयालाल की तालिबानी तरीके से हई हत्या के विरुद्ध सर्व हिन्दू समाज ने घरों के बाहर आकर रोष प्रदर्शन किया
उदयपुर, 05 जुलाई। उदयपुर में तालिबानी तरीके से हुई हिन्दू युवक कन्हैयालाल साहू की हत्या से सर्व हिन्दू समाज आहत है। समाज हत्यारों और उनसे जुड़े जिहादी मानसिकता वाले षड्यंत्रकारियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहा है तथा कानून व व्यवस्था पर भरोसा जताते हुए लगातार अपनी भावनाएं प्रकट कर रहा है। इसी क्रम में मंगलवार सुबह हिन्दू रक्षा मंच के बैनर तले हिन्दू परिवारों ने अपने-अपने घरों के बाहर हाथों में तख्तियां लेकर मौन प्रदर्शन किया।
हिन्दू रक्षा मंच के संयोजक कमलेन्द्र सिंह पंवार ने बताया कि उदयपुर शहर के विभिन्न क्षेत्रों, कॉलोनियों में सर्व हिन्दू समाज के परिवारों ने सुबह 7 से 8 बजे के बीच सरकार से कन्हैयालाल के हत्यारों को फांसी देने, हिन्दू समाज पर बढ़ते हमलों से सुरक्षा प्रदान करने, उपद्रवियों और दंगाइयों की सम्पत्तियां कुर्क करने, बेपरवाह पुलिस-प्रशासन पर भी सख्त कार्रवाई करने, संगठित हिन्दू समर्थ भारत, आतंकवाद की जड़ मदरसों को बंद करने सहित जिहादी आतंकवाद नहीं सहेंगे, राजस्थान सरकार हिन्दुओं को सुरक्षा दो, राजस्थान सरकार मुस्लिम उपद्रवियों को मत बचाओ आदि नारों से अंकित तख्तियों के साथ अपनी भावनाओं को प्रकट किया। परिवार जन अपने-अपने घरों के मुख्य द्वार पर आए और इन तख्तियों को प्रदर्शित किया।
पंवार ने बताया कि समाज के लोगों ने अपने मन की व्यथा को केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। शहर के प्रत्येक गली-मोहल्ले से हजारों परिवारों ने घर के बाहर आकर मौन प्रदर्शन किया। किसी मोहल्ले में जब कुछ परिवारों को अन्य परिवारों ने देखा तो वे भी स्वतः स्फूर्त उनके साथ खड़े हुए और कन्हैयालाल की तालिबानी तरीके से हुई हत्या के लिए न्याय मांगा। कई कॉलोनीवासियों ने चौक और उद्यान में सामूहिक रूप से तख्तियां प्रदर्शित कर अपना रोष सरकार तक पहुंचाया। समाज की माताओं-बहनों ने भी इस तरह की परिस्थितियों पर चिंता जताते हुए सुरक्षा पर सवाल उठाए तथा अपराधियों व आपराधिक मानसिकता वालों पर देश के कानून का सख्त डंडा चलाने की मांग की।