कश्मीर में हिन्दू समाज के पुनर्वास के बिना आतंकवाद पर लगाम मुश्किल – मिलिंद परांडे
नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि कश्मीर घाटी में हिन्दुओं का पुनर्वास व स्वच्छंद विचरण ही आतंकवाद का सफाया कर सकता है। विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कश्मीर घाटी में पांच दिनों में सात भारतीयों की नृशंस हत्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से कहा कि वह जिहादी आतंकवाद पर नकेल कसने हेतु पाकिस्तान को करारा सबक सिखाए तथा हिन्दुओं के पुनर्वास व घाटी में उनके स्वच्छंद विचरण की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करे। हिन्दू समाज के पुनर्वास के बिना आतंकवाद पर लगाम मुश्किल है।
आतंकियों व उनके पैरोकारों को चेताते हुए कहा कि भारत की पावन धरा को रक्तरंजित करने वालों को समझना होगा कि इसे तोड़ने का उनका कुत्सित प्रयास सफल नहीं हो सकेगा। इसकी एकता व अखंडता के लिए सम्पूर्ण देश कृत संकल्पित है। जिहादी आतंकवाद का मुंहतोड़ जबाव देना हम अच्छी तरह जानते हैं। बजरंग दल व विहिप का एक-एक कार्यकर्ता इसके लिए तत्पर है।
विहिप महामंत्री ने राजनीतिक पर्यटन करने वाले जिहादियों के शुभ चिंतकों को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब हिन्दुओं-सिक्खों को चुन-चुनकर मारा जाता है तो उनकी जीभ क्यों सिल जाती है? उनका सेक्युलरिज्म किस मांद में घुस जाता है? इस्लामिक आतंकवादी सांपों को दूध पिलाने वालों को यह पक्का समझ लेना चाहिए कि ये जहरीले सांप आपको भी डसेंगे ही। आतंकवाद का राजनैतिक हथियार के रूप में प्रयोग करने वाले जिहादी पाकिस्तान पर नकेल कसने हेतु विश्व समुदाय को भी आगे आना होगा।
बलिदानी हिन्दू-सिक्खों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि विहिप का प्रत्येक कार्यकर्ता व सम्पूर्ण हिन्दू समाज पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत जहरीले सांपों का सिर कुचलना अच्छी तरह जानता है। अब भारत के हाथों से ही इस्लामिक जिहादी आतंकवाद की कब्र खुदेगी।