कैथोलिक पादरियों के सेक्स स्कैंडल का खुलासा, शिकार बनीं हिन्दू महिलाएं व नन
कैथोलिक पादरियों के सेक्स स्कैंडल का खुलासा, शिकार बनीं हिन्दू महिलाएं व नन
हिन्दू साधुओं से जुड़े तथाकथित आपराधिक समाचार सामने आने पर मीडिया में छा जाते हैं। चैनलों पर डिबेट शुरू हो जाती है। हाल ही में देश में एक बार फिर पादरियों के सेक्स स्कैंडल का खुलासा हुआ है। कैथोलिक पादरियों की ननों और हिन्दू महिलाओं के साथ आपत्तिजनक अवस्था में तस्वीरें सामने आई हैं। मामला इतना गम्भीर है कि ये तस्वीरें भारत में पोप के प्रतिनिधि और बॉम्बे के कार्डिनल–आर्कबिशप ओसवाल्ड ग्रेसियस को भी दिखाई गई हैं। लेकिन पूरे देश का मेन स्ट्रीम मीडिया चुप है। मामले में ‘एसोसिएशन ऑफ कन्सर्न्ड कैथोलिक्स (AOCC)’ ने यहॉं तक कहा है कि यदि पोप ने कोई कार्रवाई नहीं की तो इन पॉर्नोग्राफिक तस्वीरों को अंतरराष्ट्रीय मीडिया को दे दिया जाएगा। इन तस्वीरों में कई नन नंगी दिख रही हैं। एक नन के गले में सिर्फ क्रॉस है।
14 अप्रैल, 2023 को AOCC ने ग्रेसियस के सामने ये तस्वीरें रखी थीं और 29 अप्रैल को फॉलोअप मेल भेजा था। 9 मई को भेजे गए ईमेल में AOCC ने कहा कि उसके पास हिन्दू लड़कियों को निशाना बनाए जाने के भी सबूत हैं। हिन्दू लड़कियों की नग्न तस्वीरें भी हैं, जो इन पादरियों ने ली थीं। AOCC ने कहा कि वो इन तस्वीरों को जाँच के लिए ‘राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW)’ को सौंप देगा।
AOCC की शिकायत में ही खुलासा हुआ है कि MSFS के जनरल क्यूरिया (general curia) में शिक्षा के पोर्टफोलियो के साथ ही जनरल काउंसलर जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे जैकब करमाकुझिल के कंप्यूटर पर कई नन और अन्य आम महिलाओं की नग्न छवियों वाले कई फोल्डर पाए गए हैं।
इसके अलावा भी कई कैथोलिक पादरियों के ननों व हिन्दू महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में फोटो व वीडियो सामने आए हैं। अनेक कॉन्वेंट स्कूलों के प्रधानाध्यापक जो की पादरी हैं, उनके भी स्कूल की छात्राओं से अनैतिक संबंधों के समाचार हैं। एक पादरी तो ननों को लेकर कश्मीर में हनीमून मनाने भी गया।
दिल्ली के फ्रांसिस डिसेल्स स्कूल के एंथोनी अमलडॉस पर छात्रों तक से यौन संबंध बनाने के आरोप हैं। पादरी अरुण बेबी जॉन पर औरंगाबाद के MSFS स्कूल के प्रधानाध्यापक रहते शिक्षिकाओं और ननों से यौन संबंध बनाने के आरोप हैं।
सिरो मलंकारा कैथोलिक चर्च के पादरी बेनेडिक्ट एंटो के 16 से 50 वर्ष आयु की 80 महिलाओं के साथ लगभग 200 आपत्तिजनक वीडियो सामने आए हैं। उसे तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में नर्सिंग कॉलेज की एक छात्रा की शिकायत पर सोमवार (20 मार्च 2023) सुबह उसके नागरकोइल फार्महाउस से यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया था कि वह जब भी वह चर्च में जाती थी, एंटो उसे गलत तरीके से छूता था।
जब छात्रा को पता चला कि एंटो उसकी तरह दूसरी लड़कियों को भी परेशान कर रहा है, तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया। इसके साथ ही उसे धमकियां मिलने लगीं। उसने अपनी शिकायत में एंटो के अलावा तीन अन्य लोगों के नाम भी लिए हैं।
30 वर्षीय पादरी एंटो कन्याकुमारी जिले में नागरकोइल के पास मार्तंडम का रहने वाला है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में से एक में वह एनटीके नेता सीमन उर्फ सेबेस्टियन, जो श्रीलंका के आतंकी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) का समर्थक है, के साथ नजर आ रहा है। मार्च 2023 में सोशल मीडिया पर वायरल फोटो में बेनेडिक्ट एंटो एक लड़की को किस करते हुए दिख रहा है।
दुनियाभर में कैथोलिक पादरियों द्वारा महिलाओं व बच्चों के यौन उत्पीड़न के अब तक हजारों मामले सामने आ चुके हैं। 2001-2010 के बीच ही 3 हजार पादरियों पर यौन उत्पीड़न और कुकर्म के आरोप लग चुके हैं। 1987 के बाद से लगभग 24 ननें आत्महत्या का चुकी हैं या उनकी संदिग्ध मौत हो चुकी है। कॉन्वेंट के कुओं या पानी की टंकियों में 9 नन मृत मिल चुकी हैं, जबकि 6 नन अपने कमरों में छत के पंखे से लटकी पाई गई हैं। एक का शव खिड़की से लटका मिला, कुएँ में मिले एक अन्य शव की कलाई कटी हुई थी, संदिग्ध परिस्थितियों में एक शव रेलवे ट्रैक पर मिल चुका है। लेकिन चर्च के अधिकारी इन मामलों की जांच कराने में रुचि ही नहीं लेते।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय की वकील और ननों की आत्महत्या के मामलों का अध्ययन करने वाली सिस्टर जेसी कुरियन प्रश्न करती हैं क्या भारतीय कॉन्वेंट “मौत का जाल” बन गए हैं?
इसके प्रत्युत्तर में कन्नूर (केरल) के कैथोलिक चर्च की नन सिस्टर मैरी चांडी का अनुभव (उनकी आत्मकथा ‘ननमानिरंजवले स्वस्ति’ में उद्धृत) ‘चर्च के भीतर की जिन्दगी आध्यात्मिकता के बजाय वासना से भरी थी’ बहुत कुछ कह देता है।