गांगियासर रायमाता मंदिर : शासन ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया

गांगियासर रायमाता मंदिर : शासन ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया

गांगियासर रायमाता मंदिर : शासन ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया

झुंझुनू, 20 जून। जिले में स्थित गांगियासर रायमाता मंदिर की जमीन पर प्रशासन द्वारा अनैतिक तरीके से जबरन रास्ता निकालने के विरोध में बोलते हुए फतेहपुर के बुधगिरी मंडी पीठाधीश्वर दिनेशगिरी महाराज ने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि मंदिर मूर्ति नाबालिग होती है। उसकी जमीन पर प्रशासन या अन्य कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की जोर जबरदस्ती कर कब्जा नहीं कर सकता। ना ही कोई अपना हक जमा सकता है। लेकिन गांगियासर रायमाता मंदिर मूर्ति की जमीन पर प्रशासन द्वारा साधु संतों के साथ बदसलूकी कर जबरन रास्ता निकालने का प्रयास किया गया। जो कि सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का एक अनैतिक प्रयास है।

प्रेस वार्ता में बोलते हुए दिनेशगिरी महाराज ने कहा कि मंदिर मूर्ति की जमीन पर पिछले कुछ वर्षों से कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर अतिक्रमण किया गया है। प्रशासन तुरंत प्रभाव से उन अतिक्रमण को खाली करवाए व मंदिर संपत्ति की रक्षा करे। उन्होंने कहा कि राय माता मंदिर से कटान के दो पक्के रास्ते एक मलसीसर तथा दूसरा बिसाऊ के लिए जाता है इसके अलावा अन्य कोई भी कटान का रास्ता नहीं है, बावजूद इसके दो रोज पहले पुलिस व प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में मंदिर का घेराव कर, मंदिर महंत व साधु-संतों को डरा धमका कर कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए जबरन रास्ता निकालने के लिए मंदिर परिसर की तारबंदी हटाई। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने महंत के साथ बदसलूकी की तथा अपनी पावर का गलत फायदा उठाते हुए मंदिर मूर्ति की जमीन में जबरदस्ती रास्ता निकालने व अतिक्रमण करवाने का प्रयास किया गया। जो कि संत समाज कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा।

दिनेशगिरी महाराज ने प्रेस के माध्यम से जिला कलेक्टर से प्रशासन द्वारा की गई इस हरकत को सुधारने, तारबंदी दुबारा करने व वह मंदिर मूर्ति की जमीन पर जो अवैध कब्जे किए हुए हैं। उन्हें खाली करवाने की मांग की है। महामंडलेश्वर जूना अखाड़ा करुणा गिरी महाराज ने प्रशासन द्वारा मंदिर मूर्ति की जमीन पर जबरन रास्ता निकालने की हरकत को शर्मनाक बताते हुए कहा कि संतों का अपमान, मंदिर की जमीन पर कब्जा, धार्मिक हिंसा भड़काने का प्रयास यदि प्रशासन ही करेगा तो फिर आम आदमी की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से संतो को पाबंद किया गया, धमकियां दी गई, गाली गलौच की गई। यह संत समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। यदि प्रशासन इस कृत्य को नहीं रोकेगा तो संत समाज को अपनी लड़ाई लड़नी आती है।

प्रेस वार्ता में षड्दर्शन मंडल के झुंझुनू जिला संरक्षक चेतननाथ महाराज, रिजाणी धाम पीठाधीश्वर ओमनाथ महाराज, गांगियासर रायमाता मंदिर महंत दशमीगिरी महाराज व हिंदू युवा वाहिनी प्रदेश मठ मंदिर प्रमुख गणेश नाथ आश्रम के पीठाधीश्वर महंत योगी रविनाथ महाराज ने भी प्रशासन द्वारा मंदिर मूर्ति की जमीन पर दमनकारी नीति अपनाते हुए जबरन रास्ता निकालने की हरकत की भर्त्सना की। प्रेस वार्ता के समय भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया, गौ रक्षा दल के जिलाध्यक्ष प्रवीण स्वामी सहित जिले के गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

Print Friendly, PDF & Email
Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *