गाड़ियों में गोवंश लादकर भाग रहे थे गोतस्कर, पुलिस क्यूआरटी पर फायरिंग, 25 गोवंश मुक्त
27 जनवरी, राजस्थान। जिला भरतपुर स्थित सीकरी की गोविंदगढ़ रोड पर पुलिस त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) ने गोतस्करों की फायरिंग का सामना करते हुए गोवंश से भरी दो गाड़ियाँ पकड़ी हैं। दोनों गाड़ियों में कुल 25 गोवंश मिले जिनमें से तीन की मृत्यु हो चुकी थी। जीवित 22 गोवंश को गोशाला भेज दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्यूआरटी संख्या चार ड्यूटी पर थी। तभी उन्हें सूचना मिली कि गोविंदगढ़ की ओर से दो गाड़ियों में गोवंश लादकर हरियाणा की ओर तस्करी की जा रही है। सूचना पर दल वहां पहुंचा तो सामने से आ रही दोनों गाड़ियों में बैठे गोतस्करों ने उन पर फायरिंग कर दी। प्रत्युत्तर में पुलिस द्वारा फायरिंग की गई। कोहरे तथा अंधेरे का लाभ उठाकर गोतस्कर भाग गए। गाड़ियों में बंधे गोवंश को मुक्त करा लिया गया। तीन मृत गोवंश का विधिवत अंतिम संस्कार करवाया गया।
उक्त घटना में पुलिस दल की भूमिका सराहनीय रही। परंतु राज्य प्रशासन को सोचना होगा कि यदि गोतस्कर पुलिस पर फायरिंग की हिम्मत कर रहे हैं तो उनके हौंसले कितने बढ़े हुए हैं। पुलिस अपने हथियारों से उनका प्रत्युत्तर देने में सक्षम रही किंतु सामान्य गोरक्षक ऐसे में क्या करेंगे? साधारण नागरिक अपने पशुधन को इन तस्करों के हाथों से कैसे बचाएं? बहुधा इन खूंखार गोतस्करों के पकड़े जाने पर इन्हें निर्दोष बताकर बचाने का प्रयास किया जाता है तथा इन्हें पकड़ने वाले पुलिस जवानों व गोरक्षकों को ही अत्याचारी सिद्ध कर दिया जाता है। यह परिदृश्य कब बदलेगा?
गाय करोड़ों हिंदुओं की पूज्य माता है। गोसंरक्षण के विषय में गंभीर प्रयासों की तत्काल आवश्यकता है।