गोतस्करी की 34 महीनों की 444 घटनाओं की रिपोर्ट जारी

गोतस्करी की 34 महीनों की 444 घटनाओं की रिपोर्ट जारी

गोतस्करी की 34 महीनों की 444 घटनाओं की रिपोर्ट जारीगोतस्करी की 34 महीनों की 444 घटनाओं की रिपोर्ट जारी

विश्व संवाद केंद्र जयपुर की ओर से शेखावाटी साहित्य संगम के दूसरे दिन 29 सितंबर को राजस्थान में गोतस्करी की अक्टूबर 2020 से अगस्त 2023 के मध्य हुई घटनाओं की एक रिपोर्ट जारी की गई। मेजर सुरेंद्र पूनिया, बीएसएफ के सेवानिवृत अधिकारी मदन सिंह राठौर ने यह रिपोर्ट जारी की।

इस 72 पृष्ठों की रिपोर्ट में गोतस्करी की 34 महीनों की 444 घटनाओं का क्रमानुसार विवरण है। इस की विशेष बात यह है कि सभी घटनाओं के सन्दर्भ स्रोत, आवश्यक चित्र एवं समाचारों की कटिंग्स भी रिपोर्ट के साथ संलग्न हैं। सभी घटनाओं के एफआईआर नंबर भी हैं, जो इसकी प्रामाणिकता सिद्ध करते हैं। यह रिपोर्ट विश्व संवाद केंद्र के अभिलेखागार प्रमुख दीप कुमार के निर्देशन में बनी है।

इस रिपोर्ट से वीएसके ने यह तथ्य सामने लाने का प्रयास किया है कि आज गोतस्कर बेसहारा के साथ-साथ घरेलू और गोशाला में पाले जा रहे गोवंश को भी निशाना बना रहे हैं। इसलिए शासन को नीति व प्रशासन को रणनीति बनाकर इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के सख्त कदम उठाने चाहिए। गोतस्करी पूर्णतः अवैध एवं असंवैधानिक है। इस प्रकार की घटनाएँ आमजन की आस्था और रोजगार पर तो चोट करती ही हैं, कानून और सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगाते हुए संगठित आपराधिक समूहों को अराजक स्थिति निर्मित करने के विकल्प भी देती हैं। गो तस्करी से प्राप्त धन समाज विरोधी कार्यों में ही खर्च होता है। इसलिए गोतस्करी को रोकने के लिए सभी को संगठित होना चाहिए।

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