घुमंतू समाज को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं
घुमंतू समाज को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं
जयपुर। मानवाधिकार दिवस पर जनाधिकार समिति ने विधाधर नगर स्थित घुमंतू बस्ती में मानवाधिकार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया। समिति के सदस्य राकेश बिडावत ने कहा कि घुमंतू समाज की स्थिति आज भी दयनीय है। देश स्वाधीन होने के 70 साल बाद भी यह समाज सड़कों पर रहने को विवश है। कच्ची बस्तियों में न बिजली है, ना पीने के लिए पानी। मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रहीं। ऐसे में सामाजिक संगठनों और सरकार दोनों को इनके बारे में गम्भीरता से सोचना चाहिए। ये भी देश के नागरिक और समाज का अभिन्न अंग हैं। इनके भी मानवाधिकार हैं।