समाज को समर्पित था जयबहादुर शेखावत जी का जीवन: दुर्गादास
जयपुर, 08 अगस्त। गोसंर्वधन परिषद के पूर्व अध्यक्ष व विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता जयबहादुर शेखावत के देवलोकगमन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। सी स्कीम स्थित विहिप कार्यालय भारत माता मंदिर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कार्यकर्ताओं ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
शेखावत के संस्मरण बताते हुए रैवासाधाम अग्रपीठाधीश्वर डॉ. राघवाचार्य वेदांती ने कहा कि “ठाकुर साहब में कुछ अलग बात थी, जब भी उनके साथ बैठो हमेशा कुछ प्रेरणादायक सीखने को मिलता था।” उनके पहले परिचय के समय जयबहादुर जी ने उन्हें संघ के बारे में आधे घंटे तक समझाया था। उन्होंने अयोध्या में हुए भूमि पूजन के बारे में बताते हुए कहा कि “आंदोलन के शुरूआती दिनों में लोग हम पर हंसते थे। कहते थे कि राम मंदिर नहीं बनेगा। लेकिन अब हम बहुत खुश हैं कि राम मंदिर बन रहा है।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय घूमंतु कार्य प्रमुख दुर्गादास ने कहा की, “जय बहादुर जी का पूरा जीवन संघ एवं विहिप को समर्पित था। वे प्रतिदिन कार्यालय आया करते थे। उनके साथ बैठने पर हमेशा दो विषयों पर चर्चा अवश्य होती थी। एक राम मंदिर की और दूसरी गोरक्षा, इनको लेकर उनकी चिंता हमेशा रहा करती थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाजहित के कार्यों में लगा दिया।
इससे पहले कार्यकर्ताओं ने शेखावत के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस दौरान संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांत रंजन, विहिप के केन्द्रीय सह मंत्री नरपतसिंह शेखावत, क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय, संगठन मंत्री गोपाल, प्रांतीय अध्यक्ष प्यारेलाल मीणा, प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र, वरिष्ठ प्रचारक माणकचंद, ओमप्रकाश समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।