डाकघर फ्रेंचाइजी बंद करने व भ्रष्टाचार के विरोध में मजदूर संघ
जयपुर, 06 जुलाई। भारतीय मजदूर संघ ने डाक विभाग द्वारा राजस्थान परिमंडल के 24 फ्रेंचाइजी को बंद किए जाने का विरोध किया है। मजदूर संघ का आरोप है कि डाक विभाग द्वारा बंद किए गए सभी फ्रेंचाइजी सफलतापूर्वक कार्य कर रहे थे, लेकिन बिना कारण बंद कर दिए। इससे सैकड़ों लोगों का रोजगार छिन गया है।
मजदूर संघ के क्षेत्र संगठन मंत्री अनुपम सिंह ने कहा कि बंद किए 24 डाक फ्रेंचाइजी से विभाग को करीब 20 करोड़ का राजस्व अर्जित होता था। ऐसे में नियम विरुद्ध, मनमाने तरीके से डाकघर बंद किए जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बंद किए सभी डाकघर फ्रेंचाइजी उत्कृष्ट तथा सर्वाधिक राजस्व प्राप्त करने वाले डाकघरों में सम्मिलित थे और राजकीय परिसरों में ही संचालित हो रहे थे। ऐसे में अब इन डाकघरों के बंद किए जाने से सरकारी भवनों पर भू—माफियाओं के कब्जा करने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
विभाग द्वारा ग्रामीण डाकसेवकों को इनेबल्ड भुगतान व खाता खोलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। ऐसा नहीं करने पर उन्हें प्रताड़ित करके सैलरी रोकी जा रही है। कोरोना संक्रमण के बावजूद रेड जोन के डाकघरों में सेनेटाइजर व मास्क आदि की कोई व्यवस्था नहीं है।
उन्होंने इलेक्ट्रिक विंग में मनमाने काम कराने, केन्द्रीय मंत्री की पत्नी के नाम पर अवैध तरीके से उगाही करने, अधिकारियों द्वारा स्वयं की सुविधाओं पर सरकारी धन व्यय करने समेत कई अनियमितताएं उजागर करते हुए गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। बीएमएस ने बंद की गई फ्रेंचाइजी को पुन: शुरू करने व भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।