डॉ. मोहन भागवत के फेक एकाउंट से अफवाह फैलाने की कोशिश
- ट्वीटर पर @MohanBhagwatIND नाम से बनाया फेक एकाउंट
- स्वयंसेवकों की शिकायत पर एकाउंट सस्पेंड
सरसंघचालक मोहन भागवत के नाम का दुरुपयोग करते हुए कभी फेक एकाउंट तो कभी फेक समाचार बनाकर वायरल करने सिलसिला थम नहीं रहा। ताजा उदाहरण 21 जून का है। जब ट्वीटर पर @MohanBhagwatIND नामक फेक एकाउंट से नेपाल इज पार्ट ऑफ इंडिया. हू इज विद मी – ट्वीट करके लोगों को भ्रमित करने की कोशिश की गई। स्वयंसेवकों ने नजर पड़ते ही एक के बाद एक करके एकाउंट को रिपोर्ट करना शुरू कर दिया, परिणामस्वरूप ट्वीटर को एकाउंट सस्पेंड करना पड़ा।
इससे पहले भी सरसंघचालक के हवाले से फेक समाचार वायरल करने की घटनाएं हुई हैं। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर अखबार की एक कटिंग वायरल हुई जिसमें लिखा था- डॉ. भागवत ने कहा है कि कोरोना ने धर्म के प्रति उनकी आस्था कम कर दी है। कटिंग में उनकी फोटो लगाकर मैसेज वायरल किया जा रहा था। संघ मुस्लिमों, वंचित समाज के लोगों को खत्म करना चाहता है, जैसी अनेक मिथ्या पोस्टें व्हाट्सएप से लेकर फेसबुक और ट्विटर पर घूमती रहती हैं। इनमें भी सरसंघचालक की तस्वीर का प्रयोग करते हुए उनकी ओर से जारी समाचार बनाने की कोशिश होती है।
इन्हीं कोशिशों से बचाव व नाम के गलत प्रयोग को रोकने के लिए ही पिछले दिनों डॉ. भागवत समेत संघ के बड़े अधिकारियों ने ट्विटर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी थी। डॉ. भागवत कभी कोई ट्वीट नहीं करते, उनके एकाउंट पर नीला टिक है। लेकिन लोग नाम से भ्रमित हो जाते हैं और उस एकाउंट को सही मानकर फॉलो करने लगते हैं।