तिथि विचार – आज का पंचांग एवं सुभाषित
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तिथि विचार – आज का पंचांग एवं सुभाषित
सुभाषित
हर्षस्थान सहस्राणि भयस्थान शतानि च ।
दिवसे दिवसे मूढ़ं आविशन्ति न पंडितम् ॥
अर्थात्
मूर्ख मनुष्य के लिए प्रति दिन हर्ष के सौ कारण होते हैं तथा दु:ख के लिए सहस्र कारण। परन्तु विद्वानों के मन का संतुलन ऐसे छोटे कारणों से नही बिगड़ता।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।