सेवा भारती का तीसरा राष्ट्रीय सेवा संगम सात अप्रैल से जयपुर में

सेवा भारती का तीसरा राष्ट्रीय सेवा संगम सात अप्रैल से जयपुर में

सेवा भारती का तीसरा राष्ट्रीय सेवा संगम सात अप्रैल से जयपुर मेंसेवा भारती का तीसरा राष्ट्रीय सेवा संगम सात अप्रैल से जयपुर में

  • स्वावलंबी भारत, समृद्ध भारत की थीम पर तीन दिन चलेगा
  • आयोजन 4000 प्रतिनिधि और स्वैच्छिक सेवा संगठन करेंगे सहभागिता

नई दिल्ली, 21 मार्च। सेवा भारती का तीसरा राष्ट्रीय सेवा संगम सात अप्रैल से जयपुर में आयोजित होने जा रहा है, जो नौ अप्रैल तक चलेगा। इस महासंगम में सामाजिक विकास के क्षेत्र में कार्य कर रहे 1000 से अधिक स्वैच्छिक सेवा संगठनों के 4000 से अधिक प्रतिनिधि सहभागिता करेंगे। इस संगम का ध्येय वाक्य स्वावलंबी भारत, समृद्ध भारत है।

मंगलवार (21 मार्च) को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय सेवा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष पन्नालाल भंसाली ने कहा कि सेवा भारती ने पिछले वर्ष 25 हजार से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया है। साथ ही दक्षता, स्वास्थ्य, कौशल विकास और महिला सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में संगठन ने निरंतर योगदान दिया है।

उन्होंने कहा कि सेवा भारती ‘नर सेवा नारायण सेवा’ के ध्येय के साथ वंचित, अभावग्रस्त, उपेक्षित एवं पीड़ित बंधुओं की सेवा करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं को प्रोत्साहन और सहयोग करने वाली एक छत्र संस्था है। सेवा भारती 16184 दक्षता प्रकल्प, 10513 स्वास्थ्य प्रकल्प, 6805 स्वावलंबन प्रकल्प, 9543 सामाजिक प्रकल्प समेत कुल 43045 सेवा परियोजनाओं द्वारा समाज को सशक्त, समरस बना एकता के सूत्र में बांधने के लिए प्रयासरत है। देश के 117 जिलों में 12187 स्वयं सहायता समूह संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 1 लाख 20 हजार सदस्य हैं। इन समूहों में 2451 समूह स्वावलंबन के कार्यों में सक्रिय हैं। देश के 55 जिलों में स्वयं सहायता समूह वैभवश्री रचना में संचालित हो रहे हैं। इनमें 27494 सदस्य हैं।

राष्ट्रीय सेवा भारती का प्राथमिक लक्ष्य सभी के लिए समान दक्षता और प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करना है ताकि प्रत्येक व्यक्ति को ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में सशक्त बनाया जा सके। संगठन का मुख्य और निहित उद्देश्य उससे जुड़े स्वैच्छिक संगठनों के सामूहिक प्रयासों के बीच तालमेल स्थापित करके एक सामंजस्यपूर्ण, सक्षम और आत्मनिर्भर समाज और एक समृद्ध भारत का निर्माण करना है।

पन्नालाल भंसाली ने कहा कि जयपुर में होने जा रहा सेवा संगम यह भी प्रदर्शित करेगा कि कैसे सेवा भारती देश भर में महिलाओं को शिक्षित करने, प्रशिक्षण देने आौर उन्हें सशक्त बनाने के लिए समर्पित है। हाल ही में सेवा भारती ने महिला सशक्तीकरण  को बढ़ावा देने के लिए हैदाराबाद में ‘रन फॉर गर्ल चाइल्ड’ और ‘किशोरी विकास’ जैसे कार्यक्रम जैसी प्रमुख  पहल की है। भंसाली ने सेवा भारती की पिछली उपलब्धियों , संगठन के दृष्टिकोण  और अगले पांच वर्षों के उद्देश्यों के बारे में जागरूकता पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि “सेवा भारती कार्यकर्ताओं ने शहरी क्षेत्रों में महिलाओं और युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता पर भविष्य की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी है और पुस्तकें वितरित की हैं। प्रेस कान्फ्रेंस में सेवा भारती के प्रमुख वक्ताओं ने पाली, राजस्थान के लिए रोजगार नीति के महत्व और आजीविका के अवसर पैदा करने में इसकी प्रभावशीलता पर भी बात की।

राष्ट्रीय सेवा भारती की महासचिव रेणु पाठक ने कहा कि “संगठन ने स्वस्थ बाल पोषण सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए हैं। सेवा भारती हर संकट के समय समाज सेवा में सक्रिय रही है। हमारे स्वयंसेवकों ने कोविड-19 महामारी के मुश्किल दौर में भी चिकित्सा, भोजन आदि उपलब्ध कराकर आमजन को सहायता प्रदान की है। हम समाज के हर वर्ग के लोगों की भलाई के लिए कार्य कर रहे हैं।

सेवा संगम की तैयारियां 9 मार्च को सेवा संगम स्थल पर भूमि पूजन के बाद विधिवत शुरू हो चुकी हैं। पहला सेवा संगम वर्ष 2010 में बैंगलूरू में आयोजित किया गया था। इसका ध्येय वाक्य ‘परिवर्तन’ था। इसमें 980 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। वर्ष 2015 में दूसरा सेवा संगम नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ। इसका ध्येय वाक्य ‘समरस भारत, समर्थ भारत’ रहा। इसमें 3500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अब तीसरा सेवा संगम जयपुर में सात, आठ और नौ अप्रैल 2023 को आयोजित होने जा रहा है।

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