तेलंगाना में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, AHTU ने 14 हजार लड़कियों को बचाया
तेलंगाना में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, AHTU ने 14 हजार लड़कियों को बचाया
साइबराबाद की मानव तस्करी रोधी इकाई (AHTU) ने तेलंगाना में देश के सबसे बड़े ऑनलाइन सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है और रैकेट चलाने वालों के चंगुल से 14 हजार से अधिक लड़कियों को बचाया है। तेलंगाना पुलिस ने अब तक 39 मामले दर्ज किए हैं और 17 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में मोहम्मद अब्दुल सलमान उर्फ़ ऋषि, मोहम्मद समीर, मोहम्मद अब्दुल रफीक खान, मोहम्मद अफसर, हरबिंदर कौर और रेडिसन होटल का मैनेजर आदि शामिल हैं। मोहम्मद अब्दुल सलमान पर 900 लड़कियों की ‘सप्लाई’ का आरोप है। वह 6 साल से इस काम में सक्रिय था। पूरा रैकेट कॉल सेंटर और व्हाट्सएप के माध्यम से संचालित हो रहा था। दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद में इसके कॉल सेंटर थे। अधिकांश लड़कियां तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मुंबई, दिल्ली और कोलकाता की रहनेवाली हैं। बचाई गई लड़कियों में रूस, उज्बेकिस्तान और थाइलैंड जैसे देशों की लड़कियां भी शामिल हैं। आरोपी मानव तस्करी व वेश्यावृत्ति करवाने के साथ ही लोगों को नशे में झोंकने का काम भी कर रहे थे।
वे देश के अलग–अलग राज्यों से महिलाओं को खरीदते थे। वेबसाइटों और सोशल मीडिया पर विज्ञापन देते थे। कॉल सेंटर और व्हाट्सएप के माध्यम से ग्राहकों तक पहुंचते थे। फोटो से लड़की पसंद करवा कर ग्राहकों तक उसे भेजने की व्यवस्था करते थे। जिस्म कारोबारी वेश्यावृत्ति के लिए 20 से अधिक होटलों व गेस्ट हाउस का प्रयोग करते थे।
पुलिस ने आरोपियों से अब तक 34 मोबाइल फोन और बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद की हैं। अकेले साइबराबाद और हैदराबाद में 70 प्रतिशत वेश्यावृत्ति के मामलों के लिए इसी रैकेट को जिम्मेदार बताया जा रहा है।
आरोपितों पर साइबराबाद के चार पुलिस स्टेशनों में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 370 और अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम की धारा 3, 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है।