नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मूल्य व संस्कार आधारित शिक्षा का समावेश होगा – शिव प्रसाद

नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मूल्य व संस्कार आधारित शिक्षा का समावेश होगा - शिव प्रसाद

नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मूल्य व संस्कार आधारित शिक्षा का समावेश होगा - शिव प्रसाद

  • देश भर में राष्ट्र व्यापी जागरूकता अभियान के चलते होगी माई नेप प्रतियोगिता

सीकर। बालकों को मूल्य व संस्कार आधारित शिक्षा देने का काम नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बखूबी किया गया है। भारत के पुरातत्व के इतिहास का ज्ञान हो इसका भी पूरा ध्यान रखा गया है। नयी शिक्षा नीति में सत्य व सही दिशा में बालक को सर्वश्रेष्ठ बनाने की प्रतिबद्धता की भी झलक होगी। ये बातें शनिवार को ऋषिकुल मार्ग स्थित श्री मदन लाल बियाणी बालिका आदर्श विद्या मंदिर में पत्रकारों से रूबरू होते हुए विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र के संगठन मंत्री शिव प्रसाद ने कहीं। उन्होंने बताया कि लम्बे अतंराल के बाद काफी परिश्रम व अथक प्रयासों से समाजव्यापी व जन – जन की शिक्षा नीति के स्वरूप को तैयार किया गया है। देश में स्वतंत्रता के बाद शिक्षा का जो स्वरूप सामने आना चाहिए था वह नहीं आ पाया। पूर्व में तैयार की गई शिक्षा नीति को व्यवहारिक स्वरूप देने के लिए दो लाख शिक्षाविदों एवं हजारों लोगों के सुझावों के बाद नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति का गठन किया गया। क्रिया आधारित शिक्षा नीति 360 डिग्री पर बालक का सम्पूर्ण मूल्याकंन करेगी। साथ ही अभिभावक व मित्रों के व्यवहार का मूल्याकंन करते हुए सह – शैक्षिक गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साल में एक बार परीक्षा होने का डर अब विद्यार्थियों को नहीं सताएगा। देखा जाएं तो बस्ते के बोझ को कम करने का प्रयास किया गया है। इसके चलते वर्ष में एक बार 10 दिन विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान करवाया जाएगा।

शिव प्रसाद ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बेरोजगारों की भीड़ को रोकने का प्रयास किया गया है। इस मौके पर माई नेप प्रतियोगिता के प्रदेश संयोजक राममनोहर शर्मा, भारतीय शिक्षा प्रसार समिति के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष श्रीकुमार लाखोटिया, जिला मंत्री डॉ. कैलाश चंद शर्मा, विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष राधाकिशन चौबदार, जिला सचिव नन्द किशोर तिवाड़ी व प्रधानाचार्य राकेश कुमार पारीक आदि मौजूद थे।

परीक्षा बोर्ड नहीं होंगे खत्म

क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिव प्रसाद ने कहा कि सेकण्डरी व सीनियर सेकण्डरी परीक्षाओं को आयोजित करवाने के लिए गठित बोर्ड खत्म नहीं होंगे। विद्यार्थियों को सेकण्डरी शिक्षा के दौरान विषयों के चयन करने के विकल्प नयी शिक्षा नीति में खुले रखे गए हैं।

शिक्षकों को मिलेगा सम्मान

नई शिक्षा नीति में शिक्षकों के सम्मान को प्राथमिकता दी गई है। ग्रामीण शिक्षकों व बालिकाओं की नियुक्ति उनके आसपास ही रखने का प्रावधान किया गया है। इससे शिक्षकों को काफी राहत मिलेगी।

मातृभाषा में हो प्रारम्भिक शिक्षा

संगठन मंत्री शिव प्रसाद ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बालकों की प्रारम्भिक शिक्षा मातृभाषा में हो इसको दरकिनार करते हुए राज्य सरकार अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति युग के लिए बनती है। इसमें बदलाव व छेड़छाड़ किया जाना संभव नहीं है।

माई नेप पर होगा प्रतियोगिताओं का आयोजन

विद्या भारती की ओर से हाल ही में अनावरित हुई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान चालू किया गया है। 25 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक सोशल मीडिया व वेबसाइट पर माई नेप पर होने वाली प्रतियोगिता 13 भाषाओं, चार उप विषयों पर आधारित होगी। विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र के संगठन मंत्री शिव प्रसाद ने बताया कि प्रतियोगिता भारत केन्द्रित, समग्र शिक्षा, ज्ञान आधारित समाज और गुणवत्ता शिक्षा जैसे विषयों पर होगी। इसे तीन भागों में बांटा गया है। पहले भाग में कक्षा 9 – 12 के विद्यार्थी, दूसरे भाग में कॉलेज स्तर के विद्यार्थी व तीसरे भाग में नागरिकों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक श्रेणी के विजेताओं को पुरस्कार व प्रत्येक प्रतिभागी का प्रमाण पत्र मिलेगा। प्रतियोगिताओं के अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पहलुओं पर एक ज्ञानवर्धक क्विज का ऑनलाइन आयोजन भी किया जाएगा।

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