सरकार्यवाह होसबाले ने किया नारायण दर्शन पर बनी डॉक्यूमेंट्री का विमोचन
सरकार्यवाह होसबाले ने किया नारायण दर्शन पर बनी डॉक्यूमेंट्री का विमोचन
- एकात्मकता का संदेश लेकर 200 संत पहुंचे थे 468 पिछड़ी बस्तियों में
सवाईमाधोपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने गुरुवार को नारायण दर्शन यात्रा डॉक्यूमेंट्री का विमोचन किया। उन्होंने कहा ज्ञात होना चाहिए कि स्वयंसेवक इस प्रकार भी समाज को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। इस डॉक्यूमेंट्री को देख कर लगता है कि समाज में अच्छे कार्य भी होते हैं और समाज में विरोध करने का प्रयत्न करने वालों की भी जानकारी सामने आती है। संतों के लिए भी यह प्रेरक है। अन्य संत इसे देखेंगे तो उन्हें भी लगेगा कि हम भी ऐसा कर सकते हैं। यह जयपुर प्रान्त का बड़ा प्रयत्न है। ऐसे कार्यक्रम आगे भी चलते रहें, इसकी रचना बनानी चाहिए। अभावग्रस्त समाज राजकीय योजनाओं का लाभ ले सके, इसके प्रयत्न किए जाने चाहिए। नारायण दर्शन यात्रा जनजागरण और सामाजिक सद्भाव का अच्छा प्रयास है। सवाईमाधोपुर में गुरुवार प्रातः आयोजित इस कार्यक्रम में क्षेत्र संघचालक डॉ. रमेश चन्द्र अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
2017 से प्रतिवर्ष होने वाली नारायण दर्शन यात्रा के बारे में जानकारी देने वाली इस डॉक्यूमेंट्री को विश्व संवाद केन्द्र के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया गया है। क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने बताया कि 2017 में संतों के द्वारा व्यक्त इच्छा के बाद सेवा विभाग ने नारायण दर्शन यात्रा प्रारंभ की थी। दो सौ से अधिक संतों ने जयपुर प्रांत की 468 पिछड़ी एवं कच्ची बस्तियों में पहुंचकर तीस हजार से अधिक लोगों में बसने वाले नारायण के प्रत्यक्ष दर्शन किए। संतों ने इन बस्तियों में आहार, विहार, प्रवचन के माध्यम से सनातन संस्कृति के मंत्र को प्रवाहित किया।
प्रांत कार्यवाह गेंदालाल ने बताया कि संतों की उपस्थिति से सभी लोग अभिभूत थे। वाल्मीकि समाज के लोगों ने अपने हाथों से संतों को प्रसाद खिलाया। क्षेत्र सेवा प्रमुख शिवलहरी ने बताया कि संत जब वहां आंगन में बैठकर भोजन करते हैं तो सभी हर्षित हो उठते हैं। यात्रा से एकात्मकता का भाव जागृत होता है। ऐसी यात्रा सभी स्थानों पर होनी चाहिए। अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांत रंजन ने बताया कि नारायण दर्शन यात्रा सहयोग का संदेश देती है। यह यात्रा गति पकड़ रही है।