आज का पंचांग एवं सुभाषित
आज का पंचांग एवं सुभाषित
विशेष – नागपंचमी
सुभाषित
आरोप्यते शिला शैले यत्नेन महता यथा ।
पात्यते तु क्षणेनाधस्तथात्मा गुणदोषयो: ॥
अर्थात्
शिला को पर्वत के ऊपर ले जाना कठिन कार्य है परन्तु पर्वत के ऊपर से नीचे ढकेलना तो बहुत ही सुलभ है। ऐसे ही मनुष्य को सद्गुणों से युक्त करना कठिन है पर उसे दुर्गुणों से भरना तो सुलभ ही है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।