तिथि - विचार धर्म-संस्कृति पंचांग और सुबह का विचार 4 years ago Pathey Kan पंचांग और सुबह का विचार सुबह का विचार न तथा तप्यते विद्ध: पुमान् बाणै: सुमर्मगै:। यथा तुदन्ति मर्मस्था ह्मसतां पुरूषेषव:॥ अर्थात् मनुष्य के शरीर में लगे बाण उतनी वेदना नहीं देते जितनी वेदना कठोर शब्द देते हैं। ।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।। Post Views: 394 Share on Tags: Panchang, todays thought Continue Reading Previous तिथि विचार – आज का पंचांग एवं विचारNext पंचांग एवं सुविचार Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.