पंचांग 24 जून 2022
सुविचार
अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः।
चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्धर्मो यशो बलम्
भावार्थ
जो सदा नम्र और सुशील रहकर विद्वान् व वृद्धों की सेवा करता है, उसकी आयु, विद्या, कीर्ति और बल इन चारों में वृद्धि होती है।
॥आप सभी का दिन मंगलमय हो॥