पंचांग 29 सितम्बर 2021
पंचांग 29 सितम्बर 2021
सुविचार
अनुद्वेगकरं वाक्यं सत्यं प्रियहितं च यत्।
स्वाध्यायाभ्यसनं चैव वाड्मयं तप उच्यते।।
भावार्थ
किसी के भी मन को न चुभने वाला, दुःख न पहुँचाने वाला सत्य, मधुर एवं परहितकारी संभाषण करना तथा पवित्र धर्मग्रंथों का अध्ययन एवं अभ्यास करना, इसी को वांछित तप कहते हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।