पंचांग 31 मई 2022
पंचांग 31 मई 2022
सुविचार
भवन्ति नम्रास्तरवः फलागमै–र्नवाम्बुभिर्दूरविलम्बिनो घनाः।
अनुद्धताः सत्पुरुषाः समृद्धिभिः स्वभाव एवैष परोपकारिणाम्॥
भावार्थ
फल लगने पर पेड़ झुक जाते हैं। जल से भरे बादल नीचे आ जाते हैं। सज्जन धन पाकर विनम्र हो जाते हैं। यही परोपकारियों का स्वभाव है।
॥आप सभी का दिन मंगलमय हो॥