पंजाब में बेअदबी मामला: चुनाव से पहले माहौल बिगाड़ना चाहता है पाकिस्तान?
पिछले दिनों गुरु ग्रंथ /निशान साहिब की बेअदबी के नाम पर पहले लखबीर और फिर अन्य दो की नृशंस हत्या कर दी गई। इसे पाकिस्तानी षड्यंत्र के तौर पर देखा जा रहा है। पंजाब में जिस तरह से खालिस्तान समर्थक ग्रुप सक्रिय हैं और वहॉं चुनाव भी हैं, इसे देखते हुए षड्यंत्रों की आशंका से इन्कार भी नहीं किया जा सकता।
सिख पंथ में बेअदबी का अर्थ है गुरु ग्रंथ साहिब, निशान साहिब, पगड़ी, कृपाण या अन्य किसी भी धार्मिक वस्तु का असम्मान, उनके साथ छेड़छोड़ या उन्हें नुकसान पहुंचाने का प्रयास करना, जिनसे सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत होती हों। इसे अंग्रेजी में Sacrilege कहा जाता है।
दरअसल, सिख पंथ में आखिरी गुरु गुरु गोविंद सिंह के बाद गुरु ग्रंथ साहिब को ही जीवित गुरु माना गया है, इसलिए इससे जुड़ी हर वस्तु का असम्मान बेअदबी और सबसे बड़ा अपराध माना जाता है। इस अपराध के लिए किसी को भी क्षमा नहीं है। कहा जाता है सिखों के सातवें गुरु, गुरु हर राय ने अपने बेटे राम राय का ही बहिष्कार कर दिया था, जो कि अपने पिता के उत्तराधिकारी बनने के दावेदार थे। इसका कारण था कि राम राय ने मुगल शासक औरंगजेब को प्रसन्न करने के लिए गुरुग्रंथ साहिब के कुछ वाक्यों से छेड़छाड़ कर उसके शब्द बदल दिए थे। पिछले दिनों हुई घटनाओं में भीकहा गया कि मरने वालों ने गुरु ग्रंथ साहिब / निशान साहिब की बेअदबी की थी।
दूसरी ओर इन मामलों में जो खुलासे हुए हैं उनसे कई प्रश्न खड़े होते हैं।
कपूरथला बेअदबी मामले में जत्थेदारियों के अनुसार, कपूरथला के गांव निजामपुर पुलिस चौकी के सामने स्थित गुरुद्वारा साहिब में लगे निशान साहिब की रविवार तड़के 4 बजे बेअदबी का प्रयास हुआ था। गुरुद्वारा साहिब में नितनेम करने पहुंची संगत ने एक व्यक्ति को बेअदबी करते हुए देखा तथा उसे पकड़ कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। पुलिस ने सिख जत्थेबंदियों के चंगुल से व्यक्ति को छुड़ाकर एक कमरे में बंद कर दिया लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने खिड़की तोड़कर पुलिस के सामने ही आरोपी को पीट पीटकर मार डाला। जबकि कपूरथला के SSP हरकमलप्रीत सिंह खख का कहना है कि अभी तक की जांच में यही सामने आया है कि युवक चोरी करने आया था। बेअदबी का प्रयास हुआ ही नहीं। इसलिए जिन लोगों ने युवक को मारा है, उनके विरुद्ध मर्डर का केस दर्ज किया जाएगा।
इस मामले में निशान साहिब की बेअदबी के शक में जिस युवक की हत्या की गई थी, उसकी पहचान का भी दावा किया गया है। बिहार के पटना की रहने वाली एक महिला का कहना है कि युवक उसका भाई अंकित था। उसने पंजाब पुलिस को कुछ डॉक्युमेंट भी भेजे हैं। महिला ने कहा है कि उसका अपने भाई से संपर्क नहीं हो पा रहा है। पुलिस ने महिला को मारे गए आरोपी की तस्वीरें भेजी हैं। अब महिला परिवार वालों को साथ लेकर पंजाब पहुंचेगी, ताकि शव की शिनाख्त कर सके। हालांकि अभी इसके बारे में निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा जा रहा। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
पाकिस्तान पर क्यों बढ़ रहा शक?
पंजाब के ADGP लॉ एंड ऑर्डर ने सभी पुलिस कमिश्नरों और SSP को धर्मस्थलों की सुरक्षा मजबूत करने का प्लान भेजा है। इसमें कहा गया है कि बेअदबी के बाद के माहौल को देखते हुए जिलों के पुलिस प्रमुख खुद सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करें क्योंकि सूत्रों के अनुसार एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि चुनाव से पहले पाकिस्तान पंजाब में धार्मिक भावनाओं को भड़काने की हरकतें कर सकता है। पंजाब की सीमा से लगे गांवों में पाकिस्तान की साजिशें देखी भी गई हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गुरदासपुर सेक्टर में सोमवार रात लगभग 11.30 बजे संदिग्ध ड्रोन देखा गया, जिस पर BSF की पेट्रोलिंग टीम ने 5 राउंड फायरिंग की। इसके बाद संदिग्ध ड्रोन पाकिस्तान की सीमा में वापस लौट गया। पंजाब में बेअदबी के मामले, एजेंसियों के इनपुट और पाकिस्तानी ड्रोन की टाइमिंग, इन तीनों बातों पर गौर करें और इनका तालमेल बिठाएं तो यह सवाल अपने आप उठने लगता है कि क्या पंजाब में बेअदबी के मामलों के पीछे पाकिस्तान का षड्यंत्र है? क्या चुनाव से पहले पाकिस्तान एक बार फिर पंजाब का वातावरण खराब करना चाहता है?
बेअदबी की घटनाओं के बाद पंजाब की सियासी गलियां भी सवालों से सुलग रही हैं। चुनाव का मौका है और पड़ोस में पाकिस्तान जैसा देश है, जो कभी हिंदुस्तान का भला नहीं चाहता। इस कारण चिंता स्वाभाविक है। पंजाब मामलों के जानकार कहते हैं कि जब भी पंजाब में चुनाव होते हैं तब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के द्वारा पंजाब का माहौल बिगाड़ने के प्रयास किए जाते हैं। पिछले कुछ दिनों में पंजाब में पाकिस्तान की ओर से भेजे गए टिफिन बम और टारगेट किलिंग के लिए हथगोले और बड़ी मात्रा में पिस्टल और कारतूस बरामद भी किए जा चुके हैं। खुफिया एजेंसियों के इनपुट के अनुसार, अमृतसर और कपूरथला की घटनाओं के बाद भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने ड्रोन से टिफिन बम भेजे हैं, जिसकी एक खेप को अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है।
क्या है कानून?
बेअदबी के मामलों को लेकर 2015 में एक बिल पास किया गया था, जिसमें IPC में नई 295AA धारा जोड़कर गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने पर आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया था। इसमें संशोधन भी किए गए और 2018 में कांग्रेस सरकार ने एक विधेयक भी पास किया, जिसमें आजीवन कारावास की बात कही गई है। हालांकि, अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है।
पिछले 6 वर्षों में बेअदबी की घटनाएं
पिछले 6 वर्षों में बेअदबी की छह घटनाएं सामने आईं जो समय–समय पर चर्चा का विषय रही हैं।
1) बरगड़ी अनादर और बहिबालकलां–कोटकपुरा गोलीकांड
1 जून 2015 को गुरु ग्रंथ साहिब का बीर कोटकपुरा के गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला से लापता हो गया था।
25 सितंबर 2015 को बरगारी में गुरुद्वारा साहिब के पास पोस्टर लगाकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था।
12 अक्टूबर 2015 – फरीदकोट के बरगारी गांव में गुरु ग्रंथ साहिब के अंग मिले।
14 अक्टूबर 2015 – सिख समूहों ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर कोटकपुरा में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए लाठी चार्ज किया।
उसी दिन, बहबल कलां में सिखों और पुलिस के बीच संघर्ष में दो सिख युवकों कृष्ण भगवान सिंह और गुरजीत सिंह को पुलिस ने गोली मार दी। इस मामले से जुड़े एक आरोपी मोहिंदर बिट्टू का जेल में ही कत्ल हो गया था।
2) घावड़ी बेअदबी कांड
26 जुलाई 2016 को 47 वर्षीय बलविंदर कौर की दिनदहाड़े दो मोटरसाइकिल सवारों ने हत्या कर दी थी। बलविंदर कौर पर लुधियाना के घवड़ी में गुरु ग्रंथ साहिब का अनादर करने का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने मामले में संगरूर के अमरगढ़ के गुरप्रीत सिंह जगोवाल और पटियाला के निहालसिंह को आरोपी बनाया था। बलविंदर कौर पर घवड़ी में गुरुद्वारा साहिब में गुरु ग्रंथ साहिब कोअपवित्र करने का आरोप लगाया गया था।
3) गुरदासपुर बेअदबी कांड
1-2 जुलाई की शाम को गुरदासपुर में एक फौजी पर गुरुद्वारे का अपमान करने का आरोप लगा था। दीपक सिंह नाम के इस फौजी को एक ग्रंथी ने गुरुद्वारे में देखा। जिसे दीपक सिंह ने बताया कि वह गलत बस स्टैंड पर बस से उतर गया था और गुरुद्वारे में पानी पीने आया था। ग्रंथी ने उसे तुरंत जाने के लिए कहा तो वह चला गया लेकिन बाद में कुछ और लोग आए। वे फौजी को मोटरसाइकिल पर जाकर ढूंढकर वापस लेकर आए और उसकी पिटाई कर दी। मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
4) केसगढ़ साहिब बेअदबी मामला
13 सितंबर 2021- अकाल तख्त केसगढ़ साहिब आनंदपुर साहिब में लुधियाना निवासी परमजीतसिंह ने सिगरेट पीकर गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया, जिसे टास्क फोर्स ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जवाबी कारवाई में लोगों ने आनंदपुर साहिब को पूरी तरह बंद कर दिया।
5) सिंघू बॉर्डर पर लखबीर हत्याकांड
किसान आंदोलन के समर्थन में सिंघू सीमा पर बैठे कुछ निहंगों ने 15 अक्टूबर 2021 को तरनतारन जिले के लखबीर सिंह नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी थी। लखबीर सिंह पर निहंगों ने सरबलो ग्रंथ का अनादर करने का आरोप लगाया था। उनका पैर और हाथ काट दिया गया था और उन्हें एक बैरिकेड से लटका दिया गया था। बाद में लखबीर की मृत्यु हो गई। इस मामले में तीन निहंगों ने स्वयं को पुलिस के हवाले कर दिया।
6) 18 दिसंबर, 2021, स्वर्ण मंदिर मामला
गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने का प्रयास करने वाले एक व्यक्ति को स्वर्णमंदिर में रहीरस साहिब का पाठ करते हुए कुछ लोगों ने पीटा। पुलिस ने आरोपी की मौत की पुष्टि की। अकाल तख्त जत्थेदार और एसजीपीसी ने इस घटना को एक बड़ा षड्यंत्र और सिख समुदाय पर हमला करार दिया।
7) 19 दिसंबर, 2021, कपूरथला मामला
कपूरथला के निजामपुर गांव में गुरुद्वारा साहिब के अंदर एक व्यक्ति पर निशान साहिब को अपवित्र करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया, जिसकी पुलिस ने पुष्टि नहीं की। ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़ लिया और पुलिस के सामने पीट–पीट कर मार डाला। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।