पं. दीनदयाल के जीवन से समर्पण और राष्ट्र के पुनर्निर्माण का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है- गडकरी

पं. दीनदयाल के जीवन से समर्पण और राष्ट्र के पुनर्निर्माण का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है- गडकरी

पं. दीनदयाल के जीवन से समर्पण और राष्ट्र के पुनर्निर्माण का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है- गडकरीपं. दीनदयाल के जीवन से समर्पण और राष्ट्र के पुनर्निर्माण का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है- गडकरी

जयपुर, 26 सितंबर। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक महान व्यक्ति, विचारक, आदर्श कार्यकर्ता और प्रखर चिंतक थे। उनके जीवन से राष्ट्र के प्रति समर्पण और राष्ट्र के पुनर्निर्माण का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि आज मुझे दीनदयाल उपाध्याय के बाल्यकाल की पावन भूमि के दर्शन करने का सौभग्य मिला।

केन्द्रीय मंत्री गडकरी रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 106 वीं जयंती पर दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक धानक्या, जयपुर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति की ओर से किया गया।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जब हम सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े दरिद्र नारायण को परमेश्वर मानकर उनका उत्थान करेंगे, उस दिन पं. उपाध्याय का अंत्योदय का विचार साकार हो सकेगा।

गडकरी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि मेरे जीवन का सबसे बड़ा काम आदमी द्वारा आदमी ढोने वाली प्रथा बन्द कर ई रिक्शा चलवाकर दीनदयाल जी के विचार को साकार रहा है। दीनदयाल का उद्देश्य गांव व कृषि को समृद्ध करना था। वे भारत को विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना चाहते थे, जिसकी ओर हम निरन्तर अग्रसर हैं। हम पं. दीनदयाल के मातृभूमि को शक्ति और सामर्थ्य सम्पन्न बनाने के सपने को साकार करेंगे। केन्द्रीय मंत्री ने “पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक धानक्या” विषयक पुस्तक का विमोचन भी किया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान के क्षेत्र संघचालक, डॉ. रमेश अग्रवाल ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय स्वतंत्र भारत के महानायकों में से एक थे। उन्होंने एक प्रवासीय यायावर का जीवन जिया। उन्होंने मोतिहारी की यात्रा का वर्णन किया, जिसमें पंडित दीनदयाल की ईमानदारी का उदहारण दिया। उन्होंने कहा कि सही मायने में दीनदयाल जी ने राष्ट्रवाद को परिभाषित किया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में समारोह समिति के अध्यक्ष प्रो. मोहनलाल छीपा ने परिचय एवं भावी योजनाओं से अवगत कराया। समिति के सह सचिव नीरज कुमावत ने स्मारक का परिचय दिया। राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने पं दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक के निर्माण के प्रक्रम को बताया।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उद्योगपति एवं समाज सेवी विनय चोरडिया और पूर्व केन्द्रीय मंत्री व उप-मुख्यमंत्री मणिपुर टी. चाहोबा सिंह ने पंडित दीनदयाल के उन्नत कृषि के विजन पर अपने विचार प्रकट किए।

कार्यक्रम में डॉ. खेताराम कुमावत, जुगत सिंह, अमृता देवी नागरिक संस्थान, श्री मनोरमा गोलोकतीर्थ नंदगाँव को जैविक कृषि व ग्राम विकास के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने तथा डॉ. सुरेश सोनी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर शोध करने पर सम्मानित किया गया। गजेंद्र ज्ञानपुरिया ने सभी का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम का संचालन समिति के सचिव प्रतापभानू शेखावत ने किया।

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