पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी नहीं रहे

भारत रत्न से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नहीं रहे, वे 84 वर्ष के थे। उनके निधन की सूचना उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने एक ट्वीट के जरिए दी। उन्होंने लिखा, “भारी मन के साथ, आपको यह सूचित करना है कि डॉक्टरों के सर्वोत्तम प्रयासों और पूरे भारत में लोगों की प्रार्थना, दुआओं के बावजूद आरआर अस्पताल में मेरे पिता श्री प्रणव मुखर्जी का निधन हो गया है। आप सभी को हाथ जोड़कर धन्यवाद देता हूँ।”
वे कई दिनों से कोमा में थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सरकार की ओर से सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। उनका पार्थिव शरीर कल 10, राजाजी मार्ग स्थित उनके निवास स्थान पर दर्शनार्थ रखा जाएगा।
पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत व सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी ने संयुक्त रूप से वक्तव्य जारी कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि कुशल प्रशासक, राष्ट्र-हित सर्वोपरि का भाव जीवन में रख, राजनैतिक अस्पृश्यता से परे व सभी दलों में समान रुप से सम्मानित, मितभाषी, लोकप्रिय पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी आज अपनी जीवन यात्रा पूर्ण कर परम तत्व में विलीन हो गए। भारत के राजनैतिक-सामाजिक जीवन में उपजी इस शून्यता को भरना आसान नहीं होगा। संघ के प्रति उनके प्रेम और सद्भाव के चलते हमारे लिए तो वे एक मार्गदर्शक थे। उनका जाना संघ के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
सभी परिवारजनों को गहरी सह-संवेदना व्यक्त करते हुए प्रभु से प्रार्थना है कि वे प्रणव दा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
प्रणब मुखर्जी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने गहरा दुख जताया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर कहा कि प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा है। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं।