बालासोर रेल दुर्घटना : देवदूत बने संघ के स्वयंसेवक

बालासोर रेल दुर्घटना : देवदूत बने संघ के स्वयंसेवक

 

बालासोर रेल दुर्घटना : देवदूत बने संघ के स्वयंसेवकबालासोर रेल दुर्घटना : देवदूत बने संघ के स्वयंसेवक

बालासोर, 4 जून। ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण रेल दुर्घटना के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सैकड़ों स्वयंसेवक राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। संघ के स्वयंसेवकों ने लगभग 500 यूनिट रक्तदान किया है। बालेश्वर जिले के बाहनगा रेलवे स्टेशन के निकट हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद हमेशा की तरह संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचे। एनडीआरएफ और प्रशासन की टीमों के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही यानी साढ़े सात बजे से पहले ही स्वयंसेवक वहां पहुंच गये थे। दुर्घटना स्थल के पास स्थित बाहनगा गांव में संघ की शाखा लगती है, जानकारी मिलते ही गांव के स्वयंसेवक वहां पहुंच गये। जैसे जैसे अन्य स्थानों पर सूचना पहुंची, वहॉं के भी स्वयंसेवक घटनास्थल पर पहुंचने शुरू हो गए। रात तक लगभग ढाई सौ स्वयंसेवक दुर्घटना स्थल पर पहुंच चुके थे और प्रशासन व राहत कार्यों में लगे जवानों की सहायता कर रहे थे। राहत बचाव में देरी ना हो, इसके लिए स्वयंसेवकों ने तत्काल प्रभाव से ऑटो व मोटरसाइकिलों से घायलों को अस्पताल ले जाना शुरू कर दिया। स्वयंसेवक रमेश विपरीत परिस्थितियों में बोगी के अंदर जा-जाकर पूरी रात घायलों को निकालते रहे और अन्य स्वयंसेवक अस्पताल पहुंचाते रहे।

बालेश्वर जिला अस्पताल में संघ पदाधिकारी उपस्थित थे, और लगातार सेवा कार्यों की निगरानी कर रहे थे। संघ पदाधिकारियों की देखरेख में स्वयंसेवकों ने रक्तदान देना प्रारंभ कर दिया। यहां पर लगभग 300 स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया।

संघ के स्वयंसेवकों ने स्वयं रक्तदान करने के साथ साथ अन्यों को भी घायल यात्रियों के लिए रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया। इसी तरह कुछ घायल यात्रियों को भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल व सोरो स्थित मेडिकल ले जाया गया। वहां भी संघ के स्वयंसेवकों ने मोर्चा संभाला। इन चिकित्सालयों में भी स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया और रक्त की व्यवस्था की। घटना स्थल से लेकर अस्पताल तक स्वयंसेवक राहत बचाव और कार्य में लगे रहे। शवों को निकालकर एंबुलेंस तक पहुंचाना, घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना, खून की व्यवस्था करना और भोजन पानी की भी व्यवस्था स्वयंसेवकों ने की। यही नहीं घायलों के परिजनों से स्वयंसेवकों ने अपने मोबाइल से बात भी करवायी।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिंदू जागरण मंच, बजरंग दल व सेवा भारती के सैकड़ों कार्यकर्ता बचाव कार्यों में अनवरत लगे रहे। इस भीषण दुर्घटना में जीवन खोने वाले यात्रियों के शवों को लेने में उनके परिजनों की सहायता में भी स्वयंसेवक लगे रहे। इसी तरह कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भी संघ के सेवा विभाग से जुडे स्वयंसेवक सक्रिय रहे। संघ के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख जगदीश खाडंगा व प्रांत सेवा प्रमुख शांतनु माझी भी दुर्घटनास्थल पर उपस्थित थे और उनके प्रत्यक्ष देखरेख में यह कार्य किया गया।

बालासोर रेल दुर्घटना : देवदूत बने संघ के स्वयंसेवक

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