बिसलेरी कम्पनी ने अपने एक विज्ञापन में शिक्षक का उड़ाया मजाक, शिक्षक संघ ने की कार्रवाई की मांग
राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिला मंत्री रघुवीर सिंह चौहान ने बताया कि संगठन के प्रदेश महामंत्री अरविंद व्यास ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर बिसलेरी कंपनी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। मिनरल वाटर सप्लाई करने वाली बिसलेरी कंपनी ने एक विज्ञापन जारी किया है जो शिक्षकों व राजस्थान की संस्कृति को अपमानित करने वाला है। जिससे देश व प्रदेश के शिक्षकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। संगठन ने प्रधानमंत्री से निवेदन किया है कि बिसलेरी कंपनी के उक्त प्रसारित विज्ञापन में एक शिक्षक को कांटेक्टलेस पानी के बारे में अनभिज्ञ बताते हुए शिक्षक की छवि को एक मूर्ख रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जिससे शिक्षकों के स्वाभिमान पर भारी आघात पहुंचा है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय इसका प्रबल विरोध एवं निंदा करता है।
संगठन का कहना है कि राजस्थानी ऊंट का अपने आप में विशेष महत्व है। ऐसे में शिक्षक को जिस रूप में एक ऊंट के सामने प्रस्तुत किया है वह एक नकारात्मक मानसिकता का द्योतक है तथा भारतीय संस्कृति को अपमानित करने वाला है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय पर्यावरण प्रेमी एवं प्रकृति पूजक संगठन है। वह एक शिक्षक एवं साथ ही पशु का अपमान कभी सहन नहीं कर सकता। मटके से पानी पीना भी हमारी प्राचीन संस्कृति है। शिक्षक संघ राष्ट्रीय की मांग है कि भारतीय संस्कृति पर प्रहार करने एवं शिक्षकों का मखौल उड़ाने वाले विज्ञापन के सृजनकर्ता, उसे प्रचारित करने वाले एवं बिसलेरी कंपनी शिक्षकों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए उक्त विज्ञापन को वापस लें। साथ ही सरकार इनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में कोई कंपनी अथवा संस्था शिक्षक व भारतीय संस्कृति की मान मर्यादा का मजाक उड़ाने का साहस न कर सके।
उल्लेखनीय है कि विज्ञापन में ऊंटों को छात्रों के तौर पर दिखाया गया है, जो अपने शिक्षक को हे! मास्टर का संबोधन कर रहे हैं और उन्हें “कांटेक्टलेस” शब्द के बारे में जानकारी नहीं होने का मजाक उड़ा रहे हैं। विज्ञापन में मटके के पानी का भी मजाक उड़ाया गया है।