भारतीयता को बढ़ावा देने वाली फिल्मों को प्रोत्साहन देगी मध्यप्रदेश सरकार – शिवराज सिंह चौहान

भारतीयता को बढ़ावा देने वाली फिल्मों को प्रोत्साहन देगी मध्यप्रदेश सरकार – शिवराज सिंह चौहान

भारतीयता को बढ़ावा देने वाली फिल्मों को प्रोत्साहन देगी मध्यप्रदेश सरकार – शिवराज सिंह चौहानभारतीयता को बढ़ावा देने वाली फिल्मों को प्रोत्साहन देगी मध्यप्रदेश सरकार 

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 24 मार्च, गुरुवार को चित्र भारती फिल्मोत्सव के अंतर्गत आयोजित ‘सिने प्रदर्शनी : कल, आज और कल’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति ने सबका स्वागत किया। हमने कभी किसी पर अपने विचार लादने के प्रयास नहीं किए। यह भारत है, जहां बचपन से लोगों को सिखाया जाता है कि धर्म की जय हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो।

उन्होंने कहा कि आज सिनेमा बहुत सशक्त माध्यम है। लेकिन सिनेमा में बहुत विकृत बातें भी दिखाई जाती हैं। ओटीटी ने अश्लीलता और भारतीय संस्कृति के विरोधी कंटेंट को बढ़ावा दिया है। भारत के विचार को कुछ लोग योजनापूर्वक गलत ढंग से प्रस्तुत कर रहे हैं। सिनेमा लोगों के दिल और दिमाग पर गहरा असर डालता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि सिनेमा के माध्यम से सकारात्मक कंटेंट प्रसारित किया जाए। चित्र भारती के माध्यम से यह प्रयास प्रारम्भ हुए हैं, यह अच्छी बात है। ओटीटी प्लेटफार्म पर नियंत्रण आवश्यक है।

मध्यप्रदेश भी फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारी सरकार ने सही दिशा और सकारात्मक सिनेमा के निर्माण एवं कलाकारों को प्रात्साहित करने की नीति बनाई है। उन्होंने कहा कि फ़िल्म का काम मनोरंजन करना है, लेकिन शिक्षा देना भी उसका काम है। भारतीयता को बढ़ावा देने वाली फिल्मों को प्रोत्साहन देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार सहायता देगी।

इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष प्रो. बीके कुठियाला, महासचिव अतुल गंगवार, आयोजन समिति के अध्यक्ष दिलीप सूर्यवंशी और सचिव अमिताभ सोनी सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन फ़िल्म फेस्टिवल के नोडल अधिकारी प्रो. केजी सुरेश ने किया।

प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश और सिनेमा की झलक

प्रदर्शनी में भारतीय नाट्य परंपरा में भरतमुनि, राजशेखर, भट्ट नारायण, विशाखदत, शुद्रक, पुष्पदंत गंधर्व, अभिनव गुप्त, पाणिनी, भवभूति, भास और कालिदास के योगदान और उनके महत्व को दर्शाया गया। इसके अलावा 1969 से लेकर अभी तक के सभी दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की तस्वीरों को भी प्रदर्शनी में लगाया गया है।

निर्देशक विवेक अग्निहोत्री, अभिनेता आशुतोष राणा, गायिका लता मंगेशकर, गायिका पलक मुच्छल, गायक शान, गीतकार स्वनानंद किरकिरे, अभिनेता रघुवीर यादव और किशोर कुमार जैसे मध्यप्रदेश में जन्मे कलाकारों के चित्र भी प्रदर्शनी में लगाए गए, जो सिनेमा जगत में अपनी विशेष छाप छोड़ चुके हैं।

सिने प्रदर्शनी में उन फिल्मों के पोस्टर्स भी लगाए गए हैं, जिनकी शूटिंग मध्यप्रदेश में हुई है। जैसे मोहनजोदारो (भेड़ाघाट, जबलपुर), स्त्री (चंदेरी), पंगा (भोपाल), सुई-धागा (चंदेरी), पंचायत (सीहोर), गुल्लक (भोपाल), सत्याग्रह (भोपाल) और राजनीति (भोपाल)।

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