एक एक दीपक जलाकर सेवा कार्य से सभी को जोड़ें- महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन
एक एक दीपक जलाकर सेवा कार्य से सभी को जोड़ें- महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन
- भारतीय सिन्धु सभा, राजस्थान न्यास का प्रबुद्धजन दीपावली मिलन कार्यक्रम सम्पन्न
31 अक्टूबर। दीपावली के पावन पर्व पर हम अपनी ओर से एक एक दीपक जलाकर सेवा कार्य से सभी को जोड़ें और सभी के घर प्रकाशित हों, ऐसे सफल प्रयास करना ही हमारी सनातन संस्कृति है, ऐसे आर्शीवचन हरीशेवा सनातन आश्रम भीलवाड़ा के महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन ने भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान न्यास की ओर से पाथेय भवन में आयोजित दीपावली स्नेह मिलन समारोह में कहे। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट की गतिविधियों में तन, मन, धन व वाणी से जुड़कर सहयोग करें, जयपुर को प्रमुख सेवा केन्द्र बनाना है।कार्यक्रम में समाज के उच्चाधिकारियों, भामाशाहों, प्रबुद्धजनों, वकीलों के साथ पंचायत के मुखियों ने भाग लिया।
प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने बताया कि न्यास द्वारा शैक्षणिक, सामाजिक व प्रवासियों के आवास व्यवस्था हेतु राजधानी में 11 बीघा के भूखण्ड पर इन गतिविधियों के संचालन की परिकल्पना को सभी के सहयोग से पूरा करना है। जहां भाषा, साहित्य के साथ संस्कार केन्द्र तैयार होगा।
राष्ट्रीय मन्त्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि भारतीय सिन्धु सभा 1979 से देश भर में भाषा संस्कृति से युवाओं को जोड़ने के लिये कार्य कर रही है। उन्होंने सिन्ध के गौरवमयी इतिहास की चर्चा के साथ भारत सरकार द्वारा सिन्धी भाषा के विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रयासों पर भी जानकारी दी।
समारोह में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सुरेश किशनानी, शैली किशनानी व पुष्पा सत्यानी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में विचार प्रकट करते हुये कहा कि युवाओं को शिक्षण में सहकार देकर आगे बढ़ाना है।
महानगर संरक्षक नरेन्द्र लखी, प्रमुख उद्योगपति सन्तोष मोटवाणी ने कहा कि ऐसे सेवा कार्यों से युवाओं के साथ मातृशक्ति का जुड़ाव हो रहा है और हम मिलकर सहकार करेंगे। स्वामी मुकेश साध ने भी आशीर्वचन प्रदान किए।
अलग अलग विषयों पर हुई चर्चा –
महानगर मन्त्री ने मूलचंद बसनदानी वीर बलिदानी हेमू कालाणी के जन्म शताब्दी वर्ष में आगामी 17 दिसम्बर से राज्य स्तरीय रथयात्रा के कार्यक्रम की रचना प्रस्तुत की।संगठन मन्त्री डॉ. कैलाश शिवलाणी ने कहा कि समाज के सामाजिक व धार्मिक पूजा स्थलों को सेवा केन्द्रों के रूप में तैयार होने से भाषाई गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
प्रदेश मंत्री (भाषा और साहित्य) डॉ. प्रदीप गेहाणी ने राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद की सिन्धी भाषा अधिगम पाठ्यक्रम योजना के अंतर्गत न्यास द्वारा चलाई जा रही कक्षाओं के बारे में जानकारी दी।
उपाध्यक्ष दीपेश सामनाणी ने कहा कि समाज के जरूरतमंद परिवारों को सरकारी सेवाओं का लाभ दिलाने के लिये युवाओं को अपनी सेवायें देनी हैं, ताकि शिक्षा, चिकित्सा व वरिष्ठ नागरिक योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके। प्रदेश मंत्री गिरधारी ज्ञानाणी ने विद्यार्थियों के करियर काउंसलिंग विषय पर चर्चा की। समारोह का संचालन प्रदेश महामन्त्री ईश्वर मोरवाणी ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ आराध्यदेव झूलेलाल, भारत माता, सिन्ध व हेमू कालाणी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन से किया गया। बाल संस्कार शिविरों के बच्चों ने सिन्धी व देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। समारोह में संगठन की ओर से प्रकाश फुलाणी, हीरालाल तोलाणी, शोभा बंसताणी सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।