भिवाड़ी में विराट पथ संचलन शिवराज का आयोजन
भिवाड़ी में विराट पथ संचलन शिवराज का आयोजन
भिवाड़ी, 20 मार्च। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भिवाड़ी द्वारा रविवार को वर्ष प्रतिपदा उत्सव एवं विराट पथ संचलन शिवराज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रान्त प्रचारक बाबू लाल ने कहा कि हिन्दू नववर्ष भारतीय काल गणना पर आधारित है, जो पूर्णतया वैज्ञानिक है। प्रकृति के साथ इसका पूर्ण समन्वय है। भारतीय नवसंवत्सर से कई प्रसंग जुड़े हैं – दयानंद सरस्वती द्वारा आर्य समाज की स्थापना इसी दिन की गई। संत झूलेलाल जयंती और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना करने वाले डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का जन्म दिन भी नवसंवत्सर के साथ जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि जीवन में नैतिक मूल्य आवश्यक हैं। ये भारतीय संस्कृति की पहचान हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार ने 1925 में संघ रूपी पौधा रोपा था, जो आज वट वृक्ष बन चुका है। संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं। भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने की कल्पना को मूर्त रूप देने के लिए हमें गाँव गाँव गली गली अपने संकल्प को पहुँचाना है। भारतवर्ष के स्व को जगाने के लिए हमें तीन स्व, स्वधर्म, स्वराज व स्वदेशी से जुड़ना होगा। संघ की शाखा व्यक्तित्व निर्माण की कार्यशाला है। उन्होंने सभी से संघ कार्य से जुड़ने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाबा मोहनराम ट्रस्ट के अध्यक्ष अमर भगत एवं विशिष्ट अतिथि बालक दास महाराज रहे। मुख्य वक्ता के उद्बोधन के पश्चात मेला ग्राउंड अरावली विहार से पथ संचलन “शिवराज” प्रारम्भ हुआ। यह पथ संचलन दो किलोमीटर लंबा था। जिसमें घोष के साथ कदम से कदम मिलाते हुए तीन हजार से अधिक की संख्या में स्वयंसेवक चल रहे थे। यह विशाल संचलन भिवाड़ी के प्रमुख मार्गों से होता हुआ गुजरा। मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वयंसेवकों पर पुष्प वर्षा की गई। भारत माता की जय के उद्घोष से भिवाड़ी गुंजायमान हो गया।