मनचले अनीश, अंजुम, महमूद व तौफीक बने एक मासूम परिवार की बर्बादी का कारण
अलवर, 24 जून। अपहरण, दुष्कर्म, गोकशी, वाहन चोरी आदि के लिए कुख्यात मेवात क्षेत्र के मुस्लिम बहुल रामगढ़ से एक बार फिर द्रवित कर देने वाला मामला सामने आया है। कुछ मनचलों की हरकतों के कारण एक मासूम परिवार अनाथ हो गया।
पिछले सप्ताह रामगढ़ थाना क्षेत्र की एक नाबालिग किशोरी ने मनचलों से परेशान होकर कुएं में कूद कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। जानकारी में आया कि बालौतनगर निवासी मुस्लिम युवक अनीश हिंदू बच्ची का पिछले डेढ़ वर्ष से पीछा कर रहा था और उस पर गलत काम करने के लिए दबाव बना रहा था। उसकी हरकतों से परेशान होकर किशोरी ने स्कूल जाना भी छोड़ दिया था। बार बार की समझाइश के बाद भी युवक के चाल चलन में कोई अंतर नहीं आया। पिछले दिनों उसने लड़की के परिवार वालों को नींद की गोली खिला बच्ची पर फिर दबाव बनाने की कोशिश की। परेशान होकर किशोरी ने कुएं में कूदकर जान देने का प्रयास किया। घटना के बाद पुलिस ने अनीश उसके भाई अंजुम, महमूद व दोस्त तौफीक पर किशोरी से छेड़छाड़ व पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया है।
लेकिन बात यहीं पर समाप्त नहीं हुई। दो दिन बाद किशोरी के पिता श्रवण का शव घर से 500 मीटर दूर एक पेड़ से लटका मिला। पीड़ित पक्ष ने आरोपी के परिजनों पर पिता को बुला कर पेड़ से लटका कर जान से मारने का आरोप लगाया है। वहीं आरोपी इसे आत्महत्या बता रहे हैं।
इस मामले में पुलिस भी कटघरे में है। युवती के भाई द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराने के बावजूद दो दिन तक पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी। तीसरे दिन मीडिया में मामला बढ़ता देख रिपोर्ट दर्ज की गई। जिसमें एसएचओ रामकिशन ने बताया था कि दो दिन तक नेट समस्या के कारण रिपोर्ट दर्ज करने में देरी हुई। जानकारी मिलने तक किशोरी के पिता का शव मोर्चरी में रखवा दिया गया था।