मानसिक विक्षिप्तों को जंजीरों में बांधकर रखने पर पाबंदी
पाथेय डेस्क
जयपुर । राजस्थान में अब मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को जंजीरों में बांधकर रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को जंजरों में बांधकर रखने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जिला कलेक्टरों को राज्य के गृह विभाग ने निर्देश दिए हैं।
गृह विभाग की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि मानसिक विक्षिप्तों को सही ढ़ंग से रखने के लिए गांवों में ग्राम पंचायत और शहरों में स्थानीय निकाय व उपखंड अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाए। गृह विभाग ने पत्र में कहा है कि यदि कहीं किसी मानसिक विक्षिप्त के जंजीरों में बांधे रखने की सूचना मिलेगी तो उसके लिए वे अधिकारी अथवा कर्मचारी जिम्मेदार होंगे,जिन्हे जिला कलेक्टर ने इस काम का जिम्मा सौंपा है।
राज्य मानवाधिकारी आयोग ने पिछले दिनों स्वप्रेरणा से संज्ञान लेते हुए राज्य मानसिक विक्षिप्त लोगों को जंजीरों में बांधकर रखने की प्रवृति पर चिंता जताई थी। मानवाधिकार आयोग ने इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप को को निर्देश दिए। इस पर गृह विभाग की ओर से जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर मानसिक विक्षिप्तों के उचित रखरखाव के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तर पर एक-एक अधिकारी और ग्राम पंचायत स्तर पर एक-एक कर्मचारी नियुक्त करने के लिए कहा है।
गृह विभाग और चिकित्सा विभाग की एक टास्क फोर्स भी गठित की जा रही है, जो कि मानसिक विक्षिप्तों से जुड़े मामलों पर निगरानी रखेगी। गृह विभाग ने कहा कि आकस्मिक निरीक्षण के दौरान यदि कहीं मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति को जंजीरों में बांधकर रखा हुआ पाया गया तो संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी पर हर्जाना आरोपित कर पीड़ित को दिलवाया जाएगा। ऐसा होने से प्रदेश के मानसिक विक्षिप्तों और उनके परिजनों को काफी हद तक राहत मिल सकेगी।