फ्रोजन शोल्डर की जकड़ में अब युवा भी
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आज की दौड़ भाग और आपाधापी भरी जिंदगी में हमारी अनियमित दिनचर्या बहुत से रोगों और स्वास्थ्य सम्बंधी विकारों को जन्म दे रही है। फ्रोजन शोल्डर यानि कंधों की जकड़न की समस्या भी उन्हीं में से एक है। इसमें व्यक्ति के कंधे में दर्द होता है, हाथ का मूवमेंट बाधित हो जाता है, हाथ पूरा ऊपर नहीं जाता, यहॉं तक कि कपड़े पहनने, कंघी करने में भी परेशानी होती है। ऐसा रीढ़ के सर्वाइकल भाग की सी-6 व सी-7 वर्टीब्री से निकलने वाली तंत्रिकाओं के भिंचने के कारण होता है।
बुजुर्गों में यह समस्या जहॉं बढ़ती उम्र में मांसपेशियों व तंत्रिकाओं के क्षरण के कारण होती है, वहीं युवाओं में खानपान की गलत आदतें व सुस्त दिनचर्या इसके प्रमुख कारक हैं। कंधे में जकड़न होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए, ऐसा डायबिटीज व विटामिन बी-12 की कमी होने के कारण भी हो सकता है। डायबिटीज की समस्या के लिए भी आनुवंशकीय दोष से ज्यादा खान पान की गलत आदतें जिम्मेदार हैं। सुबह जल्दी उठने, नित्य क्रिया के बाद व्यायाम करने, समय पर नाश्ता, दोपहर व रात्रि का भोजन करने से समस्या से दूर रहा जा सकता है। भोजन संतुलित होना चाहिए। ऐसा भोजन जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, विटामिन व खनिजों का उचित मात्रा में संयोजन हो।
कंधे, कलाई, गर्दन व रीढ़ के सूक्ष्म व्यायाम तथा ताड़ासन, गोमुखासन, कमर चक्रासन व धनुरासन नियमित करने से कंधे की जकड़न ही नहीं और भी अनेक विकारों से दूर रहा जा सकता है।