राजस्थान में गोतस्करी, पुलिस ने सड़क पर कीलें बिछाईं, गोतस्कर सरफराज व जमशेद गिरफ्तार
भरतपुर। राजस्थान में शायद ही कोई दिन ऐसा जाता होगा जब गोतस्करी की घटना सामने न आती हो। गोतस्करों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि गोरक्षक ग्रामीणों को तो छोड़ो वे पुलिस तक पर वार करने से नहीं चूकते। नाकाबंदी तोड़कर भागना तो आम बात है। इस बार गोतस्करी का समाचार मिलने पर पुलिस ने गोतस्करों को पकड़ने के लिए सड़क पर कीलें बिछा दीं, लेकिन गोतस्कर कीलों के ऊपर से स्कॉर्पियो निकाल ले गए। फटे टायरों पर 8 किमी गाड़ी दौड़ाते रहे, इस बीच रिम के सड़क पर घर्षण से चिनगारियां निकलती रहीं, लेकिन तस्करों ने गाड़ी नहीं रोकी।
मामला भरतपुर के खोह थाने का है। पुलिस को सूचना मिली कि गो तस्कर स्कॉर्पियो में गोवंश को भरकर ले जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार, सूचना के बाद एक टीम का गठन किया गया। टीम ने धमारी मोड़ चौकी पर लोहे की कीलें बिछा दीं, ताकि यहां पहुंची गाड़ी आगे नहीं बढ़ पाए, लेकिन तस्कर उन कीलों के ऊपर से अपनी गाड़ी निकाल ले गए। पुलिस ने योजनानुसार कील पर से गुजरते ही उनका पीछा शुरू कर दिया। तस्करों की गाड़ी के पहियों में कीलें घुस चुकी थीं, इसलिए तेजी से घूम रहे टायर एक-एक कर फटने लगे और तीन टायर पूरी तरह फटकर फैल गए। तस्कर केवल रिम पर गाड़ी को 8 किलोमीटर तक दौड़ाते रहे, लेकिन पुलिस लगातार पीछा करती रही। इसी दौरान कामां पहाड़ी बाइपास पर तस्करों की गाड़ी असंतुलित होकर पेड़ से टकराई। जिससे दो तस्कर घायल हो गए, बाकी तीन भाग गए। पुलिस ने इन दोनों का पकड़ लिया। जिनके नाम सरफराज और जमशेद हैं। दोनों हरियाणा के हैं। पुलिस ने गाड़ी से 4 गोवंश को जब्त किया है। जिन्हें वे तस्करी कर नूंह ले जा रहे थे।
इससे पहले इसी महीने झालावाड़ जिले की थाना अकलेरा पुलिस ने एक कन्टेनर व ट्रक में निर्दयतापूर्वक ठूंस-ठूंस कर भरे 74 गोवंश को मुक्त कराया था।