गाँव-गाँव व घर-घर से राम मन्दिर के लिए निधि संग्रह करेगी विहिप

गाँव-गाँव व घर-घर से राम मन्दिर के लिए निधि संग्रह करेगी विहिप

गाँव-गाँव व घर-घर से राम मन्दिर के लिए निधि संग्रह करेगी विहिप

जयपुर, 10 नवम्बर। श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जन-जन के आराध्य भगवान श्रीराम के अयोध्या में बन रहे भव्य  मंदिर के लिए विश्व हिन्दू परिषद देश के चार लाख गांवों में घर-घर सम्पर्क कर आर्थिक सहयोग जुटाएगी। विहिप ने इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए स्वयंसेवकों से सहयोग चाहा है। इसकी रूपरेखा तय करने के लिए कल जयपुर में संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैय्याजी जोशी के साथ विहिप के अखिल भारतीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार व राजस्थान क्षेत्र के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की चर्चा हुई। आर्थिक सहयोग जुटाने के काम में विहिप अपने कार्यकर्ताओं के साथ संघ के स्वयंसेवकों व विविध सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लेगी।

इस अभियान के अंतर्गत देशभर के चार लाख गांवों में रहने वाले 11 करोड़ परिवारों से संपर्क किया जाएगा। प्रति व्यक्ति 10 रुपये और प्रति परिवार 100 रुपये की सहयोग राशि ली जाएगी। बैठक में मंदिर निर्माण में प्रत्येक घर की भागीदारी हो, इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की योजना पर बातचीत हुई। इसके माध्यम से कार्यकर्ता समाज के लोगों से सजीव सम्पर्क कर राम मंदिर निर्माण से जोड़ने का कार्य करेंगे।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र

उल्लेखनीय है कि 1990 में राम मंदिर निर्माण के लिए देश भर से सवा सवा रुपये लिया गया था। लेकिन अब यह सवा रुपया 100 रुपये के बराबर हो गया है। इसलिए अब एक बार पुनः कार्यकर्ता देश में विभिन्न कार्यक्रमों के निमित समाज जागरण करने के साथ हर घर से 100 रुपये व हर व्यक्ति से 10 रुपये का सहयोग जुटाएगा। बैठक में विहिप के क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय, संगठन मंत्री गोपालकृष्ण समेत संघ के तीनों प्रान्तों के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Print Friendly, PDF & Email
Share on

1 thought on “गाँव-गाँव व घर-घर से राम मन्दिर के लिए निधि संग्रह करेगी विहिप

  1. Agree.will contribute whatever amount desired.even more for the Ram Mandir.In fact I was waiting to go ayodhya and offer but vividh pandemic prevented me so far.

Leave a Reply to Lokendra kumar sharma Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *