लघु उद्योग कुटुम्ब प्रबंधन के साथ आगे बढ़ें – विजयानंद
लघु उद्योग कुटुम्ब प्रबंधन के साथ आगे बढ़ें – विजयानंद
- लघु उद्योग भारती के दो दिवसीय आंचलिक अभ्यास वर्ग का समापन
कोटा, 26 दिसम्बर। लघु उद्योग भारती के चित्तौड़ अंचल के दो दिवसीय अभ्यास वर्ग में बारां रोड स्थित रिसॉर्ट में रविवार को विभिन्न सत्रों में उद्यमियों एवं विशेषज्ञों ने सहभागियों का देश के नव निर्माण में जुट जाने का आह्वान किया।
प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक विजयानंद ने कहा कि सामाजिक समरसता ही भारतीय संस्कृति की पहचान है। हम सबको साथ लेकर आगे बढ़ें, कुटुंब प्रबंधन के साथ समाज व देश निर्माण के लिए समय निकालें। आज पर्यावरण संतुलन चुनौती बनता जा रहा है, हम अपने आसपास हरियाली विकसित करें, पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने के लिए सरकारी संस्थाओं पर निर्भर न रहकर, समूह बनाकर रचनात्मक कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक लघु उद्यमी अपने संस्थान में कुटुंब प्रबंधन पर चलते हुए हर वर्ग की समस्याओं को दूर करे।
परमाणु बिजलीघर से राजस्थान को वैश्विक पहचान
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक धीरज जैन ने कहा कि बार्क जैसी अनुसंधान संस्थाओं द्वारा राष्ट्र निर्माण में निरन्तर अतुलनीय योगदान किया जा रहा है। देश के वैज्ञानिक भारतीय उद्योगों के लिए नवीन तकनीकों की खोज करते हैं। बार्क के अनुसंधानों से विश्व पटल पर भारतीय तकनीकों का महत्व बहुत बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि आज विश्व के परमाणु क्षेत्र में राजस्थान परमाणु बिजलीघर के कारण राज्य को विशेष पहचान मिली है।
पाली से उद्यमी विनय बंब ने बताया कि हमारे जिले में 4000 से अधिक महिलाओं ने अपने छोटे-छोटे उद्यमों का सृजन कर परिवार को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं नौकरी की तलाश नहीं करती हैं, वे अपनी प्रतिभा से स्व रोजगार को प्रोत्साहन दे रही हैं।
अलग-अलग उत्पाद समूह बनाएं
लघु उद्योग भारती के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश मित्तल एवं प्रदेश अध्यक्ष शांतिलाल बालड़ ने कहा कि हम लघु उद्यमी अलग-अलग उत्पाद समूह बनाकर उनकी समस्याओं का समाधान करना प्रारम्भ कर दें तो संगठन और अधिक मजबूत होगा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ताराचंद गोयल ने अभ्यास वर्ग की समीक्षा प्रस्तुत की। अंत मे महिला इकाई की सचिंव चांदनी पोद्दार ने प्रदेश से आये सभी लघु उद्यमियों का आभार जताया।