लोकल के लिए वोकलः लघु उद्योग भारती के एप से श्रमिकों को मिलेगा रोजगार

झुंझुनू। कोरोना वैश्विक महामारी के दौर में शहरों से अपने गृह क्षेत्रों की ओर पलायन कर चुके श्रमिक वर्ग को अपने आसपास रोजगार मिल सके, इसके लिए लघु उद्योग भारती ने एक एप विकसित किया है। एप के माध्यम से लघु व सूक्ष्म औद्योगिक इकाइयों को उनकी जरूरत के अनुरूप कामगार मिल सकेंगे। इसका सबसे बडा लाभ यह होग कि विभिन्न राज्यों से अपने गृह राज्य में पहुंच रहे लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सकेगा।

लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम ओझा ने बताया कि एप के माध्यम से कुशल, अकुशल व तकनीकी जानकार लोगों को उनके गृह क्षेत्र में ही काम मिल सकेगा। विभिन्न राज्यों से आ रहे प्रवासी उद्यमी अपने क्षेत्र में ही कोई छोटा मोटा व्यवसाय करना चाहेंगे तो उन्हें स्टार्ट अप में मदद मिलेगी। यह मोबाइल एप लघु उद्योग भारती के वरिष्ठ अधिकारियों की पहल पर संस्था की जोधपुर इकाई ने तैयार करवाया है।

उद्योग भारती झुंझुनू के जिलाध्यक्ष महेश कैंया ने बताया कि इस एप के माध्यम से उद्यमियों को उनकी मांग के अनुरूप कारीगर, कंप्यूटर ऑपरेटर, ड्राइवर, हैल्पर, मशीन ऑपरेटर, फोरमैन, बाबू मिल सकेंगे तो इस तरह की श्रेणी के लोगों को अपने घर के आसपास काम मिल सकेगा। झुंझुनू जिले में करीब चार सौ छोटी-मोटी इकाइयां हैं, जिनमें वर्तमान में 70 प्रतिशत से ज्यादा में काम शुरू हो चुका है, लेकिन वहां उनकी जरूरत के 50 प्रतिशत ही कामगार मिल पाए हैं, क्योंकि बहुत से लोग अपने राज्यों में चले गए हैं। इधर जो लोग अन्य राज्यों से आए हैं, उन्हें पता नहीं है कि उनके लिए कहां काम उपलब्ध है। ऐसे में एप को प्रचारित करने के लिए संगठन द्वारा बैठकें आयोजित करके कार्य योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है।

व्यापारी रोहिताश बंसल ने कहा कि संबंधित उद्यमी और कामगार इस एप पर अपना पंजीकरण कराएंगे तथा इस डेटा का उपयोग सभी लोग एक दूसरे के लिए कर सकेंगे। ये उद्यमियों और कामगारों के बीच एक सेतु की तरह काम करेगा। लोकल के लिए वोकल की अवधारणा इससे साकार होगी। स्थानीय स्तर पर बनने वाला उत्पाद बढ़ेगा तो लघु उद्यमियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस काम में लघु उद्योग भारती के साथ भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, ग्राहक पंचायत संगठन, सहकार भारती जैसे संगठन भी सहयोग कर रहे हैं। सचिव कृष्ण कुमार रींगसिया ने कहा कि प्रधानमंत्री के आर्थिक पैकेज में भी लघु एवं सूक्ष्म इकाइयों को बढ़ावा देने की बात कही गई है। एप से अधिकाधिक लोगों को जोड़ने के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में एप के माध्यम से श्रमिकों को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार मिल सकेगा।

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